28 अप्रैल: दो बरस पहले आए कोरोना का कुहासा और गहराया, मरने वालों का आंकड़ा दो लाख पार

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    नई दिल्ली: इतिहास में 28 अप्रैल की तारीख यूं तो बहुत सी अच्छी बुरी घटनाओं के साथ दर्ज है, लेकिन दो बरस पहले दुनिया में आए कोविड 19 के तूफान ने पिछली करीब एक शताब्दी की तमाम घटनाओं को एकदम बौना कर दिया। वर्ष 2020 में वह अप्रैल का ही महीना था, जब हर तरफ कोरोना को लेकर दहशत और डर का माहौल था। 

    28 अप्रैल 2020 को देश में कोरोना के संक्रमण से जान गंवाने वालों की तादाद 937 तक पहुंच गई थी और संक्रमितों का आंकड़ा 29,974 की संख्या को पार कर गया था। आज भले संक्रमितों का आंकड़ा करोड़ों में हो, लेकिन टीकाकरण और एहतियाती उपायों से बीमारी के प्रति एक सोच विकसित हुई है, जिसका दो साल पहले तक एकदम अभाव था। पिछले साल तो बीमारी की प्रचंडता इतनी प्रबल थी कि घर घर में मातम था। 27 अप्रैल 2021 को देश में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 3,60,960 नये मामले सामने आए और कुल मामले 1,79,9,267 पर पहुंच गए। 

    इस बीच 3,293 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या दो लाख को पार कर गई है। हालात आज भी कुछ अच्छे नहीं हैं, बीमारी अभी गई नहीं है, लेकिन इनसान ने उम्मीद का दामन भी अभी छोड़ा नहीं है। अंधेरे के बाद उजाले के दस्तूर पर उसे पूरा भरोसा है। इस दिन से जुड़ी अन्य घटनाओं की बात करें तो वह 28 अप्रैल 1986 का दिन था, जब सोवियत संघ ने यह स्वीकार किया कि दो दिन पहले यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु विकीरण हुआ था। 

    1914 में 28 अप्रैल के दिन: अमेरिका में वेस्ट वर्जीनिया के एस्सेल्स इलाके में एक कोयला खदान हादसे में 181 लोगों की मौत हो गई थी। देश दुनिया के इतिहास में 28 अप्रैल की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:- 

    1740 : मराठा शासक पेशवा बाजीराव प्रथम का निधन। 

    1910 : इंग्लैंड में क्लोड ग्राहम व्हाइट नाम के पायलट ने पहली बार रात में विमान उड़ाया। 

    1914 : अमेरिका में वेस्ट वर्जीनिया के एस्सेल्स इलाके में एक कोयला खदान हादसे में 181 लोगों की मौत। 

    1932 : इंसानों के लिए पीत ज्वर का टीका विकसित करने की घोषणा। 

    1935 : रूस की राजधानी मॉस्को में भूमिगत मेट्रो ट्रेन की शुरुआत। 

    1937 : इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन का जन्म। एक शासक के तौर पर उनका जीवन जितना राजसी और भव्य रहा, उनके जीवन का अंतिम समय और उनकी मौत उतनी ही दुखद और त्रासद रही। 

    1943 : नेताजी सुभाष चंद्र बोस जर्मनी से जापान की अपनी यात्रा के दौरान मेडागास्कर के निकट एक जर्मन पनडुब्बी से जापानी पनडुब्बी में सवार हुए। 

    1945 : इटली के तानाशाह बेनितो मुसोलिनी, उनकी प्रेमिका क्लारा पेटाची और उसके सहयोगियों की हत्या। 

    1964 : जापान आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) में शामिल हुआ। 

    1986 – सोवियत संघ ने हादसे के दो दिन बाद स्वीकारा कि 25 अप्रैल को यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु रिसाव हुआ। 

    1995 : दक्षिण कोरिया में मेट्रो में गैस विस्फोट होने से 103 लोगों की मौत। 

    1996 : आस्ट्रेलिया के बंदूकधारी मार्टिन ब्रायंट ने तस्मानिया के पोर्ट आर्थर इलाके में गोलियां बरसाकर 35 लोगों की जान ले ली। इसे उस समय देश के इतिहास में गोलीबारी की भीषणतम घटना बताया गया, जिसके बाद शस्त्र नियमों को कड़ा किया गया।

    2001 : अमेरिकी बिजनेसमैन डेनिस टीटो पहले अंतरिक्ष पर्यटक बने। उन्होंने छह दिन की अंतरिक्ष यात्रा के लिए करीब दो करोड़ डॉलर की रकम अदा की। 

    2003 : दुनिया भर में कर्मचारी सुरक्षा और स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। इसी दिन काम के दौरान मारे गए मजदूरों को भी याद किया जाता है। 

    2003 : एप्पल ने आईटयून्स स्टोर की शुरूआत की, जिससे उपभोक्ता इंटरनेट से संगीत सीधे अपने फोन पर डाउनलोड कर सकते थे।  

    2007 : श्रीलंका को हराकर ऑस्ट्रेलिया चौथी बार विश्व क्रिकेट चैंपियन बना। 

    2008 : भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन ने पीएसएलवी-सी9 के प्रक्षेपण के साथ एक नया इतिहास रचा।  

    2020 :  देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 937 तक पहुंची। संक्रमितों की तादाद 29,974 के पार।

    2021 : कोरोना वायरस संक्रमण के देश में एक दिन में रिकॉर्ड 3,60,960 नये मामले सामने आए और कुल मामले 1,79,9,267 पर पहुंचे। मरने वालों की तादाद दो लाख पार। (एजेंसी)