bmc
फ़ाइल फोटो

    Loading

    मुंबई:  मुंबई महानगरपालिका (Mumbai Municipal Corporation) (बीएमसी) की आमदनी पिछले कुछ वर्षों से लगातार कम हो रही है। जकात बंद होने के बाद से अभी तक आमदनी का नया स्रोत बीएमसी प्रशासन (BMC Administration) नहीं खोज पाया है। दूसरी तरफ, प्रीमियम में छूट और 500 वर्ग फुट तक के घरों का प्रापर्टी टैक्स माफ (Property Tax Free) करने से बीएमसी (BMC) की परियोजनाओं को पूरा करने के लिए रिजर्व फंड का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। वर्ष 2022-23 के बजट (Budget) में बीएमसी की आमदनी को बढ़ाने के लिए प्रशासन ने अवैध निर्माणों पर डबल टैक्स लगाने के अलावा होटलों से यूजर चार्ज, सोसायटियों से प्रोसेसिंग एवं डिस्पोजलिंग चार्ज वसूल करने का प्रस्ताव दिया है। 

    वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने स्वीकार किया है कि 16 लाख 14 हजार लोगों का शत-प्रतिशत प्रापर्टी टैक्स माफ करने से आमदनी पर 462 करोड़ रुपए का असर पड़ेगा। इसी तरह अन्य आय में कमी आने वाली है। घाटा पूरा करने के लिए अन्य स्रोतों पर भी विचार किया जा रहा है। 

    प्रॉपर्टी को नियमित नहीं किया जाएगा

    बीएमसी के बजट में अवैध निर्माणों पर डबल प्रापर्टी टैक्स वसूल करने का प्रस्ताव है। बीएमसी कमिश्नर चहल ने यह भी कहा है कि डबल टैक्स तो वसूल किया जाएगा, लेकिन उस प्रॉपर्टी को नियमित नहीं किया जाएगा। अवैध निर्माण के कई  मामले अदालत में विचाराधीन हैं। अदालत के फैसले के बाद अवैध ठहराए गए निर्माणों को तोड़ने की कार्रवाई मनपा की तरफ से की जाएगी। बीएमसी कमिश्नर ने कहा कि हाउसिंग सोसायटियों की तरफ से समय से प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं हो पाता है। बकाया प्रापर्टी टैक्स वसूलने के लिए फ्लैट धारकों को बिल भेजने की व्यवस्था की जा रही है।

    यूजर फीस, प्रोसेसिंग एंड डिस्पोजलिंग चार्ज 

    बीएमसी प्रशासन ने आमदनी बढ़ाने के तहत यूजर फीस, प्रोसेसिंग एंड डिस्पोजलिंग चार्ज वसूल करने का प्रस्ताव बजट में दिया है। इससे 200 करोड़ रुपए की आय होने की उम्मीद है। बीएमसी ने वर्ष 2016 में घन कचरा व्यवस्थापन नियमावली तैयार की गयी थी। जिसके तहत सभी कचरा निर्माताओं पर यूजर फीस, प्रोसेसिंग एंड डिस्पोजलिंग चार्ज लगाने का प्रावधान किया गया था।  इससे 174 करोड़ रुपए आय होने की उम्मीद जताई गई है। साथ ही कहा गया है कि मुंबई में लगभग 3500 होटल एवं रेस्टोरेंट हैं। इनमें से प्रतिदिन 300 टन गीला कचरा निकलता है। इनमें से अधिक कचरा बीएमसी की तरफ से डंपिंग ग्राउंड तक ले जाया जाता है। इनसे यूजर फीस, प्रोसेसिंग एंड डिस्पोजलिंग चार्ज वसूल किया जाएगा। जिससे 26 करोड़ रुपए आय की अपेक्षा जताई गई है।

    कचरे से पैदा होगी बिजली 

    मुंबई में डंपिंग ग्राउंड की समस्या से अभी तक निजात नहीं मिल सकी है। बीएमसी ने देवनार डंपिंग ग्राउंड में 3,000  मैट्रिक टन  प्रतिदिन की क्षमता वाले कचरे से बिजली उत्पादन करने की परियोजना तैयार की थी, लेकिन अब बीएमसी ने 600 मैट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता वाले कचरे से बिजली उत्पादन की परियोजना पर काम करना शुरू किया है । बीएमसी कमिश्नर चहल  ने अपने बजट भाषण में बताया कि वेस्ट टू एनर्जी परियोजना के तहत कचरे का वैज्ञानिक पद्धति से निस्तारण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए पर्यावरण विभाग की अनुमति मिल गयी है। अन्य जरुरी अनुमति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। देवनार डंपिंग ग्राउंड में 1800 मैट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता वाली एक और कचरे से बिजली पैदा करने वाली परियोजना तैयार की जा रही है।

    प्रापर्टी टैक्स समय पर नहीं चुकाने वाली सोसायटियों को फ्लैट वाईज बिल जारी होगा। जकात से नुकसान भरपाई के एवज में राज्य सरकार से जीएसटी वर्ष 2021-22 में 10,583.06 करोड़ प्राप्त होने का अनुमान था, जिसमें 8807 करोड़ प्राप्त हुआ। 2022-23 के लिए 11429.73 करोड़ मिलने का अनुमान है।

    -इकबाल सिंह चहल, बीएमसी, कमिश्नर