योग्यता किसी धर्म मजहब की गुलाम नहीं हुआ करती लेकिन तमिलनाडु के सरकारी कॉलेज में सिर्फ हिंदुओं से आवेदन मंगाए गए हैं. राज्य का हिंदू धर्म और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग अनेक शिक्षण संस्थान संचालित करता है जिनमें 36 स्कूल, 5 कला, विज्ञान कालेज और 1 पोलिटेक्निक शामिल है. विभाग ने चेन्नई के एक कालेज के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर, लाइब्रेरियन और 11 नॉनटीचिंग पदों के लिए विज्ञापन जारी किया जिसमें कहा गया कि नौकरी के लिए सिर्फ हिंदू धर्म वाले ही आवेदन करें.
मंदिरों की व्यवस्था व पूजापाठ के लिए हिंदू कर्मचारी रखना समझ में आता है लेकिन सरकारी कॉलेज में सिर्फ हिंदुओं को नौकरी देना संविधान में वर्णित समानता के अधिकार के खिलाफ है. इस विज्ञापन के बाद विवाद शुरु हो गया. किसी व्यक्ति का धर्म चाहे जा भी हो यदि वह पदों की पात्रता पूरी करता है तो उसे नौकरी दी जानी चाहिए. बाद में हिंदू धर्म और धर्मार्थी बंदोबस्ती विभाग ने माना कि उसका विज्ञापन गलत था.