जेल में केजरीवाल ने मनाई होली ‘आप’ का क्या होगा जनाबे आली

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पड़ोसी ने हमसे कहा, “निशानेबाज, हमें अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया वह गाना याद आता है- अपनी तो जैसे-तैसे, थोड़ी ऐसे या वैसे कट जाएगी, आप का क्या होगा जनाबे आली!” 

हमने कहा, “आप का क्या होगा इसकी चिंता मत कीजिए. ‘आप’ ऐसी पार्टी है जो 10 वर्षों में तेजी से बढ़ी. दिल्ली और पंजाब में उसकी सरकार है और अनेक राज्यों में अपनी मौजूदगी दर्शा कर उसने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर लिया है. यह केजरीवाल की तेज चाल का कमाल है. हमारे धर्मग्रंथों में प्रेरणादायी भगवदगीता है तो केजरीवाल का राजनीतिक उत्तराधिकार संभालने के लिए उनकी सहधर्मिणी सुनीता हैं. हालांकि केजरीवाल ने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा नहीं दिया है और जेल से आदेश देकर सरकार चलाने के लिए तत्पर हैं लेकिन इसे अवैध माना जा रहा है. जरूरत पड़ी तो उनकी पत्नी मुख्यमंत्री पद संभाल सकती हैं. जब बिहार में लालू की गिरफ्तारी के बाद अनपढ़ राबड़ी देवी ने सीएम की कुर्सी संभाली थी तो उनकी तुलना में सुनीता केजरीवाल हाईली क्वालिफाइड हैं. उन्होंने आईआरएस या इंडियन रेवेन्यू सर्विस की परीक्षा पास की थी.” 

पड़ोसी ने कहा, “निशानेबाज, अब हमें यहीं पर चुनावी सभा लेना है केजरीवाल को व्यापक इंटरनेशनल सपोर्ट मिल रहा है. जर्मनी के बाद अमेरिका ने भी उनकी गिरफ्तारी पर चिंता जताई है. कनाडा ने कुछ कहा नहीं है लेकिन लोग कहते हैं कि केजरीवाल को खालिस्तान समर्थक ताकतों से पैसा मिला है और ऐसी ताकतें कनाडा में सक्रिय हैं.” 

हमने कहा, “आरोप लगाने का काम ईडी पर छोड़ दीजिए. सिर्फ इतना देखिए कि अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की उपज के रूप में केजरीवाल सामने आए थे. उनके कितने ही मंत्री जेल की सलाखों के पीछे हैं और अब अरविंद भी अंदर हो गए. जेल में अन्य कैदी उनसे पूछ सकते हैं- आप यहां आए किसलिए? वह जवाब दे सकते हैं- ईडी ने पकड़ा इसलिए!” 

पड़ोसी ने कहा, “निशानेबाज, ‘आप’ के संयोजक केजरीवाल की गिरफ्तारी से बीजेपी के कलेजे में ठंडक पड़ी होगी. आम चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता प्रचार नहीं कर पाएंगे. दूसरा पहलू यह भी है कि यदि केजरीवाल को सहानुभूति लहर का लाभ मिला और उनकी पार्टी को चुनावी सफलता मिली तो क्या होगा?” 

हमने कहा, “तब आप नेता केजरीवाल जनता से कहेंगे आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे, दिल की ऐ धड़कन ठहर जा, मिल गई मंजिल मुझे !”