मुंबई: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के क्रिकेट निदेशक माइक हेसन (Mike Hesson) ने कहा कि अगर खराब फॉर्म लंबे समय तक रहे तो इससे किसी का भी मनोबल गिर सकता है और विराट कोहली (Virat Kohli) भी इंसान ही हैं जो चीजें अपने हिसाब से नहीं चलने के कारण कुछ रन जुटाने के लिये बेताब थे। कोहली (Virat Kohli) आखिर गुजरात टाइटन्स के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए 73 रन की पारी खेलकर अपनी उसी पुरानी फॉर्म में दिखे और इस मैच में मिली जीत ने आरसीबी को प्लेऑफ स्थान के समीकरण में बनाये रखा है।
कोहली (Virat Kohli) 13 बार अलग अलग तरीके से आउट हुए हैं। हेसन ने कहा कि कोहली ने कभी मेहनत करना बंद नहीं किया जिससे उन्हें वापसी में मदद मिली। हेसन ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘वह (विराट) नेट में इतना कड़ा अभ्यास कर रहा था और मैच खेलने के अलावा लय हासिल करने की कोशिश कर रहा था, जिससे उसका मनोबल ऊंचा रहा।”
लेकिन 13 मैचों में से 12 में सस्ते में आउट हो जाने के बारे में हेसन को लगता है कि इंसान थोड़ा बहुत दबाव महसूस करता ही है। हेसन ने कहा, ‘‘लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि जब आप इस तरह की खराब फॉर्म से गुजर रहे हो – तो इंसान थोड़ा बहुत दबाव महसूस करता ही है और सोचता है कि कब भाग्य पलटेगा। इसलिये आज रात (गुरूवार) थोड़ा बहुत भाग्य साथ रहा। ”
आरसीबी शीर्ष चार के लिये जगह बनाने के लिये मुहाने पर खड़ी है लेकिन अगर दिल्ली कैपिटल्स की टीम शनिवार को मुंबई इंडियंस को हरा देगी तो वह बाहर हो जायेगी। हेसन हालांकि कोहली के प्रदर्शन से काफी खुश थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं, इस तरह के प्रदर्शन से, किसी भी टीम का अगर शीर्ष क्रम शानदार प्रदर्शन कर रहा हो और आपके पास विराट जैसा खिलाड़ी हो तो इससे लक्ष्य का पीछा करना आसान हो जाता है। ”
हेसन (Mike Hesson) ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि विराट को लक्ष्य का पीछा करने में महारत हासिल है और आज फिर उसने अच्छी लय बनायी। यह हमारे लिये महत्वपूर्ण मैच था और बड़े खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हम जानते हैं कि विराट उस मनोस्थिति में है इसलिये प्रतिद्वंद्वी टीम को ‘गुडलक’ क्योंकि वह कहीं से भी मैच को जीत तक पहुंचा सकता है। ” (एजेंसी)