Prithvi Shaw's blast, reached close to the 400-run mark, Sanjay Manjrekar's 33-year-old record was broken, Team India's selectors will now have to see the 'mirror'

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    गुवाहाटी में विराट कोहली के धमाकेदार शतक के बाद एक और बड़ी विस्फोटक खबर आई है, जिससे टीम इंडिया के सेलेक्टर्स की टैलेंट पहचानने के टैलेंट पर सवालिया निशान और गहरा हो जाएगा। गुवाहाटी के ही एक मैदान में भारत की तरफ से कुछ अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपना जलवा दिखा चुके पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने बड़ा धमाकेदार स्कोर किया है। उन्होंने ताजा रणजी ट्रॉफी 2022-23 सीजन में (Ranji Trophy Tournament 2022-23) में नई मिसाल कायम की है।

    गुवाहाटी के अमीनगांव क्रिक्रेट स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के ताजा सीज़न के एक मैच में असम के खिलाफ मुंबई की टीम की तरफ से (Assam vs Mumbai Ranji Trophy Tournament, 2022-23) पृथ्वी शॉ ने 379 रनों की पारी खेली है। वे 400 रन के ऐतिहासिक आंकड़े को छूने से चूक गए।

    Sanjay Manjrekar का 1991 का रिकॉर्ड टूटा 

    पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) Indian First Class Cricket और Ranji Trophy Tournament के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। पृथ्वी ने 1991 में बने संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का रिकॉर्ड तोड़ दिया और नई मिसाल कायम की। संजय मांजरेकर ने है, 1991 में खेले गए टूर्नामेंट में मुंबई की तरफ से खेलते हुए हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाए थे।

    गौरतलब है कि, First Class Cricket में अब तक के इतिहास में एक ही भारतीय बल्लेबाज ने 400 रन के आंकड़े को छुआ है। आज से करीब 75 साल पहले महाराष्ट्र टीम की तरफ से खेलते हुए बी बी निम्बालकर ने 1948 के सीजन में काठियावाड़ के खिलाफ 443 रनों की पारी खेली थी और नॉट आउट रहे थे। 

    Prithvi Shaw का ताज़ातरीन रिकॉर्ड

    पृथ्वी शॉ ने गुवाहाटी में खेले जा रहे मुंबई-बनाम-असम (Mumbai vs Assam Ranji Trophy Tournament, 2022-23) मैच में 383 गेंदों में 98.96 की औसत से ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए 49 चौके और 4 छक्के की मदद से 379 रन बनाए। लेकिन, 400 रन के आंकड़े को छूने से चूक गए।

    -विनय कुमार