
दुबई. सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने 58 साल का इंतजार खत्म करते हुए एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत को पुरूष युगल में स्वर्ण पदक दिलाया। विश्व चैम्पियनशिप 2022 कांस्य पदक विजेता जोड़ी ने पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए मलेशिया के ओंग यू सिन और तियो ई यि को 16.21, 21.17, 21.19 से हराया।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को बधार्द दी है। उन्होंने ट्वीट किया, “सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर गर्व है जो बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी बनी। उन्हें बधाई और भविष्य के लिये शुभकामनायें।”
Prime Minister Narendra Modi congratulates Satwik SaiRaj Rankireddy and Chirag Shetty for becoming the first Indian Men's Doubles pair to win the Badminton Asia Championships Title. pic.twitter.com/2C6L2DG725
— ANI (@ANI) April 30, 2023
इससे पहले इस चैम्पियनशिप में भारत के लिये स्वर्ण सिर्फ दिनेश खन्ना ने जीता था जब उन्होंने 1965 में लखनऊ में थाईलैंड के सांगोब रत्तनुसोर्न को पुरूष एकल फाइनल में हराया था। इससे पहले इस चैम्पियनशिप में भारतीय पुरूष युगल टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कांस्य पदक रहा है जो 1971 में दीपू घोष और रमन घोष ने जीता था।
बासेल में स्विस ओपन सुपर 300 खिताब जीतने वाले सात्विक और चिराग ने पहला गेम गंवाने के बावजूद जुझारूपन नहीं छोड़ा और दूसरे गेम में 7.13 से तथा तीसरे गेम में 11.15 से पिछड़ने के बाद वापसी की। इस जोड़ी का यह सत्र का दूसरा खिताब है। उन्होंने पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल और बीडब्ल्यूएफ टूर पर पांच कैरियर खिताब जीते थे।
चिराग ने कहा, “मैं सातवें आसमान पर हूं। मैने और सात्विक ने इस पदक के लिये काफी मेहनत की थी। मुझे खुशी है कि हमने खिताब जीता। मैं सभी को धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने हमारी हौसलाअफजाई की।”
सात्विक ने कहा, “पहली बार यह टूर्नामेंट जीतकर अच्छा लग रहा है। मुझे यकीन है कि भविष्य में और खिताब जीतेंगे। भारत का परचम लहराने के लिये मेहनत करते रहेंगे।”
अमलापुरम के 22 वर्ष के सात्विक और मुंबई के 25 वर्ष के चिराग ने बेहद आक्रामक खेल दिखाया। पहला गेम बराबरी का था जिसमें मलेशियाई जोड़ी भारी पड़ी। दूसरे गेम में भी मलेशियाई जोड़ी ने बढत बना ली थी। 8.13 से पिछड़ने के बाद भारतीय जोड़ी ने वापसी की। तियो की गलती पर सात्विक ने बैकहैंड पर जबर्दस्त स्मैश लगाकर मैच का रूख पलटा। भारतीय जोड़ी ने 18.15 से बढत बना ली। इसके बाद तीन अंक लेकर मैच को निर्णायक गेम में खींचा।
निर्णायक गेम में मलेशियाई जोड़ी का तकनीकी कौशल काबिले तारीफ था जिन्होंने 11.8 की बढत भी बना ली। भारतीय जोड़ी ने अंतर 14.15 का किया और फिर 17.16 से आगे हो गए। बैकहैंड पर चिराग के स्मैश पर भारतीय जोड़ी ने मुकाबला अपने नाम किया। (एजेंसी)