नई दिल्ली: टीम इंडिया (Team India) के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) को आईसीसी (ICC) से बड़ा सम्मान मिला है। आईसीसी ने उन्हें दिवाली का तोहफा दिया है। वह अब दुनिया के सबसे आक्रामक ओपनिंग बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। आईसीसी ने उन्हें ‘हॉल ऑफ फेम’ (Hall Of Fame) में शुमार किया है।
वहीं अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने वीरेंद्र सहवाग को बड़ा सम्मान दिया है। आईसीसी ने सहवाग को ‘हॉल ऑफ फेम’ (Hall Of Fame) में शुमार किया है। सहवाग के अलावा भारतीय महिला टीम की पू्र्व खिलाड़ी डायना एडुल्जी और श्रीलंकाई दिग्गज अरविंदा डिसिल्वा को भी ‘हॉल ऑफ फेम’ में शामिल हुए हैं। इसी के साथ अब ‘हॉल ऑफ फेम’ में शामिल होने वाले खिलाड़ियों की कुल संख्या 112 हो गई है।
Virender Sehwag was a game-changer with the bat and the former India opener is now a much-deserved member of the ICC Hall of Fame 💥🏏
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— ICC (@ICC) November 13, 2023
‘हॉल ऑफ फेम’ में शामिल भारतीय:
- बिशन सिंह बेदी- 2009
- सुनील गावस्कर- 2009
- कपिल देव -2010
- अनिल कुंबले- 2015
- राहुल द्रविड़- 2018
- सचिन तेंदुलकर- 2019
- वीनू मांकड़- 2021
- डायना एडुल्जी- 2023
- वीरेंद्र सहवाग- 2023
सहवाग ने कही ये बात
आईसीसी से यह बड़ा सम्मान मिलने के बाद सहवाग ने कहा, ‘मैं आईसीसी और जूरी को धन्यवाद देना चाहता हूं। क्रिकेट बॉल को हिट करना मुझे सबसे ज्यादा पसंद था, अपने जीवन में इस काम को करने के लिए बेहद आभारी महसूस करता हूं। मैं अपने परिवार, दोस्तों, साथी खिलाड़ियों और फैंस को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की।’
‘मुल्तान का सुल्तान’ से मशहूर
सहवाग टेस्ट क्रिकेट में बेहद शानदार अंदाज़ से खेलते थे। वह बेखौफ तरीके से शॉट मारते थे। उनका यह अंदाज़ सभी को पसंद आता था। वीरेंद्र सहवाग ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेली हैं। जिसमें से एक मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ 309 रनों की पारी है। जिसे शायद ही कोई भूलेगा। इसी यादगार पारी की वजह से उन्हें ‘मुल्तान का सुल्तान’ भी कहा जाता है।
सहवाग का इंटरनेशनल करियर
अपने दौर के आक्रामक बल्लेबाज सहवाग की बात करें तो उन्होंने 1999 से 2013 के बीच भारत के लिए खेले और 23 टेस्ट शतक जड़े। उन्होंने 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रन की पारी खेली। उन्होंने 104 टेस्ट में 8586 रन बनाए और 40 विकेट भी हासिल किए। वनडे में 251 मैच खेलकर उन्होंने 8273 रन बनाए जिसमें इंदौर में 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रन की पारी भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने 96 विकेट हासिल किए। इसके अलावा 19 टी20 मैचों में 394 रन बनाए।
एडुल्जी का करियर
बता दें कि, एडुल्जी भारतीय महिला टीम की कप्तान रही और बाद में क्रिकेट प्रशासक भी बनी। उन्होंने 1976 से 1993 के बीच भारत के लिए 54 मैच खेले और 100 से अधिक विकेट अपने नाम किए। उन्होंने 20 टेस्ट में 404 रन भी बनाए और 63 विकेट हासिल किए। इसके अलावा 34 वनडे में 211 रन बनाये और 46 विकेट लिए। इसके बाद वह पश्चिम रेलवे में क्रिकेट प्रशासक भी रहीं।