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    नयी दिल्ली. जहाँ एक तरफ टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics) में भारत का बीते शनिवार को शानदार प्रदर्शन रहा है । वहीं दूसरी तरफ़ इंग्लैंड (England) के खिलाफ खेले जा रहे पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में टीम इंडिया (Team India) का शानदार प्रदर्शन भी जारी है। इतना ही नहीं 209 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंडिया ने चौथे दिन के खेल का अंत होने तक एक विकेट के नुकसान पर 52 रन भी बना लिए हैं।

    आज मैच के आखिरी दिन इंडिया को जीत के लिए 157 रन और बनाने होगे। वहीं फिलहाल उसके हाथ में 9 विकेट हैं। बस आज भारतीय बल्लेबाजों को अपना शॉट सिलेक्शन एकदम सही और बेहतरीन  रखना होगा।

    बता दें कि नार्टिंघम में टीम इंडिया का रिकॉर्ड अच्छा रहा है। इस मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज में खेले गए सात टेस्ट मैचों में से भारत दो बार हार चुका है और इतनी ही बार यहाँ जीत भी हासिल की है। पता हो कि 2007 और 2018 में भारत को इस मैदान पर ही जीत मिली थी। इंडिया को हालांकि एक बार फिर लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत मिलने की अपार संभावना है।

    हालाँकि 14 साल पहले की तुलना में इस बार की चुनौती कहां ज्यादा ही मुश्किल दिखती है। तब राहुल द्रविड़ की टीम को केवल 72 रनों के लक्ष्य के साथ सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया ने महज 3 विकेट गंवाकर ही उस आसान से लक्ष्य को हासिल कर लिया था।

    शॉट सिलेक्शन रखना होगा ‘टॉप क्लास’ 

    लेकिन इस बार टीम इंडिया का लक्ष्य 209 है, जो खराब पिच पर उतना आसान भी नहीं है। हालाँकि इंग्लैंड विशेषज्ञ स्पिनर नहीं खिला रहा है, जो भारत के लिए थोड़ी राहत की बात है। लेकिन बादल की स्थिति और असामान्य उछाल दो ऐसे खतरे हैं, जिनसे टीम इंडिया को बहुत ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। अगर आज भारतीय बल्लेबाजों का शॉट सिलेक्शन बेहतरीन रहता है तो इस लक्ष्य को हासिल करना अधिक मुश्किल भी नहीं है।

    गौरतलब है कि इंग्लैंड दौरे पर अपनी बीती 3 सीरीज गंवा चुकी टीम इंडिया के पास इस टेस्ट में जीत दर्ज कर शानदार शुरुआत करने का एक आलिशान मौका है। इतना ही नहीं इंग्लैंड के कई एक्सपर्ट्स पहले ही दावा कर चुके हैं कि इंडिया के लिए इंग्लैंड में सीरीज जीतने का यही सबसे बेहतरीन मौका होगा।

    इसके पहले इंग्लैंड ने कप्तान रूट की 109 रन की पारी की मदद से अपनी दूसरी पारी में 303 रन बनाये। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 183 रन बनाये थे जिसके जवाब में भारत ने 278 रन बनाकर 95 रन की बढ़त हासिल की थी। रूट ने बेहतरीन बल्लेबाजी का नजारा पेश किया तथा अपनी पारी में 172 गेंदों का सामना करके 14 चौके लगाये लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला।

    बुमराह का कमाल 

    इंग्लैंड के अन्य बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वे बड़ा स्कोर बनाने में असफल रहे। बुमराह (64 रन देकर पांच) ने पहली पारी की तरह अपनी शानदार लय बरकरार रखते हुए इंग्लैंड की दूसरी पारी में समेटने में अहम भूमिका निभायी। यह छठा अवसर है जबकि उन्होंने पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिये। हालाँकि इंग्लैंड ने आखिरी तीन विकेट महज 8 रन के अंदर गंवाये जिनमें सैम कुरेन (45 गेंदों पर 32) रन का विकेट भी शामिल है।

    बुमराह ने करेन और ब्रॉड को अपनी गेंदों पर आउट करके पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। कल मोहम्मद शमी की गेंदबाजी में पहली पारी की तरह उतना पैनापन नहीं था उन्होंने रॉबिन्सन (15) के रूप में पारी का आखिरी विकेट अपने खाते में लिया।