नई दिल्ली: दिल्ली एम्स सर्वर हैकिंग मामले (Delhi AIIMS Server Hacking Case) में अभी तक कोई सुराख हाथ नहीं लगा है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार दिल्ली पुलिस (Delhi Police) सूत्रों का कहना है कि जिस सर्वर को हैक किया गया था उसे जांच के लिए सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (CFSL) भेजा गया है। CFSL की दिल्ली और अहमदाबाद की टीमें इसकी जांच कर रही हैं। अभी तक हैकिंग के सोर्स का पता नहीं चला है।
बता दें कि एम्स की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। इस मामले को दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशन (IFSO) यूनिट को सौंप दिया गया था। जब हैकिंग की संभावना सामने आई थी तुरंत साइबल सेल (y Cyble Cell) को सूचित किया गया और मामले की जांच शुरू कर दी गई।
Delhi AIIMS server hacking case | The server which was hacked has been sent to Central Forensic Science Lab (CFSL) for investigation. CFSL's Delhi and Ahmedabad teams are probing it. So far the source of hacking has not been detected: Delhi Police sources
— ANI (@ANI) December 1, 2022
बता दें कि दिल्ली एम्स का सर्वर 23 नवंबर की सुबह से डाउन हुआ था। जब 24 घंटे बाद भी सर्वर ठीक नहीं हो पाया तो एम्स के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस को दी थी। जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई। बाद में पता चला की दिल्ली एम्स का सर्वर हैक हो गया है।
फिलहाल दिल्ली पुलिस का कहना है कि अभी तक हैकिंग के सोर्स का पता नही लग पाया है। सर्वर हैक कैसे हुआ इसकी आधिकरिक तौर पर जांच दिल्ली पुलिस कर रही है और अनौपचारिक तौर पर एनआईए भी एम्स जाकर जांच में शामिल हुई है। सर्वर हैकिंग भारत से हुई है या विदेश से इस पहलू पर भी जांच एजेंसियां काम कर रही हैं।