नई दिल्ली: दिल्ली में विभिन्न अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्टरों (Resident Doctors) ने नीट-पीजी काउंसिलिंग 2021 (NEET-PG Counseling 2021) में विलंब को लेकर यहां निर्माण भवन के सामने सोमवार को प्रदर्शन (Protest) किया। डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है।
केंद्र द्वारा संचालित तीन अस्पतालों और दिल्ली सरकार के कुछ अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाओं समेत सभी सेवाओं का बहिष्कार कर दिया है, जिससे सोमवार को लगातार चौथे दिन स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। ‘फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ (फोरडा) ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है।
डॉ अनेजा कहा कि, “ईडब्ल्यूएस कोटा संशोधन के कारण, पीजी काउंसलिंग में देरी हुई है। और (नए) स्नातकोत्तरों को भर्ती नहीं किया गया है। इसने विभिन्न विभागों में काम करने वाले कनिष्ठ निवासियों पर बोझ डाला है, 1/3 कार्यबल अभी भी यहां नहीं है।” उन्होंने कहा कि ओमाइक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं, और इस बार हमारे पास इससे लड़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में कार्यबल नहीं है। अप्रैल में दिल्ली, भारत में जो कुछ हुआ, हम सभी ने देखा है।
Delhi: Resident doctors protest over delay in NEET PG counselling. "Due to EWS quota revision,PG counselling has been delayed, &(new) postgraduates haven't been admitted.This has overburdened junior residents working in various depts;1/3 workforce is still not here,"says Dr Aneja pic.twitter.com/2y44U65vg9
— ANI (@ANI) December 20, 2021
इससे पहले फोरडा अध्यक्ष डॉ. मनीष ने कहा, ‘‘हम आज अपना प्रदर्शन तेज करने जा रहे हैं।” फोरडा ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो क्लिप साझा की है जिसमें बड़ी संख्या में डॉक्टरों को निर्माण भवन के परिसर के सामने प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है। निर्माण भवन में ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया का कार्यालय है। प्रदर्शनरत डॉक्टरों ने बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और इस मुद्दे के समाधान की मांग करते हुए नारे लगाए।
Day 4 of Agitation: #RDAs of Delhi under the banner of #FORDA, demonstrating outside #NirmanBhawan, @MoHFW_INDIA to #ExpediteNEETPGCounselling2021 @PMOIndia @mansukhmandviya @Drvirendrakum13 @MSJEGOI @RDA_SJH @rdalhmc @rda_rml @RdaUcms @MamcRda @ANI @MirrorNow @LiveLawIndia pic.twitter.com/wWwtV86tZU
— FORDA INDIA (@FordaIndia) December 20, 2021
सफदरजंग आरडीए के महासचिव डॉ. अनुज अग्रवाल ने कहा, ‘‘मंत्री के साथ ही कुछ अधिकारियों ने मौखिक रूप से हमें आश्वासन दिया था कि एक हफ्ते के भीतर अदालत में ईडब्ल्यूएस रिपोर्ट सौंपी जाएगी और तत्काल आधार पर मामले की सुनवाई की जाएगी। लेकिन वे मामले को सूचीबद्ध नहीं करा पाए।”
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज आरडीए के अध्यक्ष डॉ. सुनील दुचानिया ने कहा, ‘‘चार डॉक्टरों के एक समूह ने स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की थी जिन्होंने हमसे यह कहते हुए हड़ताल वापस लेने के लिए कहा था कि मामले पर तत्काल सुनवाई के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि पहले भी इस तरह के मौखिक आश्वासन दिए जा चुके हैं और हम निर्माण भवन के बाहर अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।”
राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्टरों और एलएनजेपी हॉस्पिटल समेत मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के तहत आने वाले तीन अस्पतालों ने शुक्रवार को प्रदर्शन फिर से शुरू करते हुए सरकार पर झूठा वादा करने का आरोप लगाया।