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    नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली में मोबाइल फोन संबंधी सामान की एक कंपनी के दो कर्मचारियों सहित पांच लोगों को कंपनी से 17 लाख रुपये से अधिक की लूट करने और इसे लूटपाट की घटना के तौर पर दिखाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि उसने करीब 95 फीसदी रकम बरामद कर ली है। 

    लूट को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी दीपक ने बाड़ा हिंदू राव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसका सहकर्मी राहुल और वह जब एक ग्राहक से 17.71 लाख रुपये का भुगतान लेकर ऑटो रिक्शा से करोल बाग स्थित अपने कार्यालय लौट रहे थे तभी फतेहपुरी में मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने उन पर हमला कर दिया। 

    उन्होंने कहा कि हमलावर रकम और उनके मोबाइल फोन लेकर भाग गए। दीपक की बात पर विश्वास कर उनका मालिक भी उनके साथ शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचा। पुलिस ने कहा कि उनके बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया और जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि कथित अपराध स्थल का दौरा करने के बाद उन्हें दीपक पर शक हुआ। 

    उन्होंने कहा कि इलाके से मिले सीसीटीवी फुटेज से भी लूट के बारे में कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने बताया कि अलग-अलग पूछताछ करने पर दीपक, राहुल और उनके ऑटो चालक दोस्त किशन ने अलग-अलग कहानियां सुनाईं। डीसीपी ने कहा, ‘‘जब उन सभी से फिर से पूछताछ की गई, तो दीपक फूट-फूट कर रोने लगा और लूट की बात कबूल कर ली। 

    उसने बताया कि उन लोगों ने आसानी से पैसा कमाने के लिए अपराध को अंजाम दिया।” अधिकारी ने बताया कि दीपक छह महीने पहले कंपनी में शामिल हुआ था। अन्य दो आरोपियों की पहचान सत्य नारायण और संजय के रूप में हुई है। डीसीपी ने कहा कि कई छापेमारी करने के बाद पुलिस ने लूटे गए 16.80 लाख रुपये, मोबाइल फोन, ऑटो रिक्शा और घटना में इस्तेमाल दोपहिया वाहन बरामद कर लिए। (एजेंसी)