पन्ना (मप्र): मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) में तीन प्रवासी गिद्धों (Migratory Vultures) के जीवन चक्र और प्रवास पथ का अध्ययन (Research) करने के लिए एक परियोजना के तहत रेडियो टैग (Radio Tag) लगाया गया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। रिजर्व के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून की मदद से दिसंबर 2020 से शुरू हुई इस परियोजना में कुल 25 गिद्धों को रेडियो टैग लगाया जाना है।
रिजर्व के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने कहा कि हमने पन्ना टाइगर रिजर्व में सफलतापूर्वक दो यूरेशियन ग्रिफिन और एक हिमायन ग्रिफिन को रेडियो टैग किया है। इससे पहले देश में प्रवासी गिद्धों को रेडियो टैग किए जाने की कोई जानकारी नहीं है। अधिकारी ने बताया कि अब तक प्रवासी गिद्धों के रहने की स्थिति और उनके द्वारा अपनाए गए रास्ते के बारे में कोई जानकारी नहीं जुटाई गई है।
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Vulture tagging operation at Panna Tiger Reserve with WII team.Eurasian Griffon (adult) was captured. The bird was weighed 7.820 kg and tagged with solar-charged GPS tag of 90g and was released in the same area. pic.twitter.com/l2OCp89VZK
— Panna Tiger Reserve (@PannaTigerResrv) February 11, 2022
शर्मा ने कहा, ‘‘परियोजना का मुख्य उद्देश्य गिद्धों के प्रवास का तरीका और उनके यात्रा मार्ग को जानना है।” उन्होंने कहा कि गिद्धों के व्यवहार, उनके यात्रा मार्ग और जीवन चक्र के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए दिसंबर 2020 में रेडियो टैगिंग का काम शुरु किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उस समय पन्ना टाइगर रिजर्व में तीन प्रवासी गिद्धों को टैग किया था। हमारे प्रयास 2021 में भी जारी रहे, लेकिन किसी प्रवासी गिद्ध को टैग नहीं किया जा सका। नवंबर में प्रवासी गिद्धों का रिजर्व में आना शुष् हो गया है।” अधिकारी ने बताया कि तीन प्रवासी गिद्धों सहित अब तक कुल 10 गिद्धों को रेडियो टैग किया जा चुका है। (एजेंसी)