Rahul-Gandhi
फाइल फोटो

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    इंदौर:  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) के मध्य प्रदेश पहुंचने की उल्टी गिनती शुरू होने के बीच पुलिस ने उनकी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) की हत्या की धमकी देने वाले शख्स की पहचान कर ली है। और उसकी तलाश जारी है। पुलिस के एक आला अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक, जूनी इंदौर क्षेत्र में मिठाई-नमकीन की एक दुकान को 17 नवंबर को डाक से मिले पत्र में वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र किया गया था और भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इंदौर के अलग-अलग स्थानों पर भीषण बम धमाकों के साथ राहुल व कमलनाथ को जान से मारने की धमकी दी गई थी।  

    पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा (Police Commissioner Harinarayanchari Mishra) ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमने उस व्यक्ति की पहचान कर ली है, जिसने यह पत्र भेजा था। हमें उसकी तस्वीरें भी मिल गई हैं। हम उसकी तलाश कर रहे हैं।” उन्होंने इस व्यक्ति की पहचान उजागर किए बगैर कहा कि ‘‘खानाबदोश की तरह रहने वाले” इस शख्स के बारे में जानकारी मिली है कि वह सूबे के अलग-अलग जिलों में अपने दुश्मनों को झूठे मामलों में फंसाने के लिए फर्जी नामों से उनकी शिकायतें करता है।  

    गौरतलब है कि “भारत जोड़ो यात्रा” 23 नवंबर को बुरहानपुर जिले से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी और 28 नवंबर को इंदौर पहुंचेगी। पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘हम आश्वस्त करते हैं कि इस यात्रा के दौरान शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।” राहुल और इस यात्रा में शामिल लोगों का इंदौर के उस खालसा स्टेडियम में 28 नवंबर को रात्रि विश्राम का कार्यक्रम है, जो कुछ दिन पहले कमलनाथ से जुड़े एक विवाद का गवाह बन चुका है। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने संकेत दिए हैं कि रात्रि विश्राम स्थल बदला जा सकता है।   

    प्रदेश कांग्रेस सचिव नीलाभ शुक्ला ने कहा, ‘‘यात्रा में शामिल लोगों के रात्रि विश्राम के लिए इंदौर के चिमनबाग मैदान और अन्य स्थानों पर भी विचार किया जा रहा है।” खालसा स्टेडियम में आठ नवंबर को गुरु नानक जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में कमलनाथ के स्वागत-सम्मान के बाद मशहूर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की हिंसा की ओर स्पष्ट इशारा किया था और आयोजकों के प्रति तीखे शब्दों में मंच से नाराजगी जताई थी।  

    विवाद के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता घोषणा कर चुके हैं कि अगर राहुल की अगुवाई वाली “भारत जोड़ो यात्रा” के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस स्टेडियम में कदम रखा, तो भाजपा कार्यकर्ता काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे।1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों में कमलनाथ की भूमिका को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा अक्सर आरोप लगाया जाता है, लेकिन कमलनाथ और कांग्रेस के अन्य आला नेता इसे सिरे से खारिज करते रहे हैं। (एजेंसी)