Contaminated Water

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    अकोला. ग्राम पंचायत में ब्लीचिंग पाउडर की अनुपलब्धता व अन्य कारणों से जिले के 24 गांवों में दूषित पानी पाया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है क्योंकि संबंधित गांवों के पानी के नमूने दूषित पाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सितंबर माह में लिए गए पानी के सैंपल से यह जानकारी सामने आई है.

    ग्राम पंचायत स्तर पर ब्लीचिंग पाउडर खरीदे जाने की उम्मीद थी ताकि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को स्वच्छ पानी की आपूर्ति की जा सके. लेकिन जिले की कुछ ग्राम पंचायतें ब्लीचिंग पाउडर खरीदने में लापरवाही बरत रही हैं. इसलिए नागरिकों को पानी की आपूर्ति बिना ब्लीचिंग पाउडर के की जाती है.

    नतीजतन, ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को हमेशा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इस बीच सितंबर माह में जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराये गये जल निरीक्षण प्रतिवेदन में खुलासा हुआ है कि जिले के 24 गांवों में ब्लीचिंग पाउडर की कमी व अन्य कारणों से अशुद्ध पानी की आपूर्ति की जा रही है. इससे संबंधित गांवों में महामारी का खतरा बढ़ गया है. इसलिए, इस ओर वरिष्ठों से तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है.

    अकोला तहसील में अशुद्ध आपूर्ति के गांवों की संख्या अधिक 

    ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पानी के बारे में नागरिकों में जागरूकता की कमी के कारण, यहां तक ​​कि साफ दिखने वाला पानी भी शुद्ध पानी समझ लिया जाता है. लेकिन यह भी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. अकोला तहसील में अशुद्ध पानी की आपूर्ति वाले गांवों की संख्या सबसे अधिक है.

    इनमें अलियाबाद, चाचोंडी, शिवर, शिवनी, मलकापुर, पातुर नंदापुर, कुरणखेड़, पैलपाड़ा, खड़की, शिवापुर, हिंगणा जूना, हिंगाणा रोड, अकोली खुर्द, सोमठाना, दहीहंडा, गनोरी, हिंगनी, खानापुर, रोहना, वडद, ब्रम्हपुरी, कंचनपुर, बादलापुर, दुधाला, मंडाला आदि गांव शामिल हैं. इनमें से छह गांव महानगर पालिका सीमा में हैं. इसके अलावा मुर्तिजापुर तहसील में हीरकपुर, सांजापुर, धामोरी, लोणसाना जैसे स्थानों पर दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही है.