रिद्धपुर (सं). पिछले दो वर्षों से कपास की फसल पर अचानक पींक बोलवर्म (गुलाबी सुंडी) अमेरिकन बोलवर्म के प्रकोप से किसानों को भारी मात्रा में नुकसान सहना करना पड़ रहा है. कृषि विभाग इस और ठीक से ध्यान नहीं दे पाने के कारण कपास उत्पादक किसने की चिंता में दिन-ब-दिन इजाफा होते नजर आ रहा है. इस वर्ष भी मोर्शी तहसील अंतर्गत आने वाले कई मंडलों में सैकड़ों हेक्टेयर कपास की फसल में अमेरिकन बोलवर्म पिंक बोलवर्म (गुलाबी ईल्ली) के प्रकोप से कपास की फसल में भारी मात्रा में ईल्लीयों का प्रकोप नजर आ रहा है. जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बहुत जल्द कपास की फसल पूरी तरह नष्ट हो जाएगी.
खोखला कर रही फसल
फिलहाल मोर्शी तहसील अंतर्गत आने वाले मौजे नजरपुर (बुजुर्ग) मंडल में बोंड इल्लियों के बढ़ते प्रकोप से कपास उत्पादक किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. इस वर्ष क्षेत्र में अमेरिकन बोलवर्म का प्रकोप नजर आ रहा है. अमेरिकन बोलवर्म इस प्रकोप में कपास की फसल (बोंड) ऊपर से ठीक नजर आते हैं और बीज कोष के अंदर बड़ी-बड़ी हरि इल्लियां बीज कोष में प्रवेश कर फसल को खोखला कर देती है. फूल अवस्था में यह फूलों पर पैदा होती है. पश्चात यह अपना ठिकाना फसल (बोंड) में बना लेती है. जैसे ही यह बीज कोष में प्रवेश करती है. इसे मारना बहुत मुश्किल हो जाता है. किसानो की मानो तो कीटनाशक की छिड़काव करने पर भी इस प्रकोप पर कोई असर नहीं करती.
इस संबंध में कृषि अधिकारियों से संपर्क करने पर यह अधिकारी किसानों का फोन रिसीव करना भी पसंद नहीं करते. बहुत जल्द एक प्रतिनिधि मंडल इस संबंध में जिलाधिकारी से मिलेगा जिसमें कृषि अधिकारियों की शिकायत की जाएगी और डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के कीटक शास्त्रों को ईल्लीयों से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने की मांग की जाएगी.