सोनोग्राफी के लिए गर्भवतियां काट रही चक्कर, धारणी उपजिला अस्पताल का कुप्रबंधन फिर उजागर

    Loading

    धारणी. स्थानीय उपजिला अस्पताल में जांच के लिए गए गर्भवती महिलाओं के साथ स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा अभद्र बर्ताव करने के साथ दो तीन दिन चक्कर काटने की शिकायतें है. महिला डॉक्टर गर्भवती माताओं को बेवजह परेशान किए जाने की शिकायत अब गर्भवती कल्याणी चिखलकर द्वारा की गई है. जिससे जिला उपजिला अस्पताल का कामकाज फर विवादों में घीरा गया है. 

    निजी क्लिनिक में सेवाएं

    गर्भवती महिला कल्याणी चिखलकर नियमानुसार यहां के जिला अस्पताल में सोनोग्राफी कराने गई थी. लेकिन पहले दो-तीन दिन तक चक्कर काटने के बाद स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति शेंद्रे नहीं थीं, इसलिए वहां और भी गर्भवती महिलाएं जांच के लिए पहुंचीं. सभी गर्भवती महिलाएं सुबह 11 बजे से सोनोग्राफी विभाग गई, लेकिन डॉ. शेंद्रे दोपहर 2.30 बजे सोनोग्राफी सेंटर आए और चार गर्भवती महिलाओं की जांच की और शहर में अपने निजी क्लिनिक के लिए रवाना हो गए.

    उसके बाद गर्भवती महिलाओं ने बिना किसी जांच के मरीजों को अस्पताल से यह कहकर वापस भेज दिया कि वे अगले दिन जांच करेंगी. मेलघाट में आदिवासी क्षेत्रों के नागरिकों को सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा नहीं है, इसलिए आज भी भुमका बाबा की शरण में जा रहे हैं. शिकायत में उल्लेख किया गया है कि जिन गर्भवती महिलाओं के तीन या चार बच्चे हैं, उनका इन महिला डॉक्टरों द्वारा अभद्र भाषा में अपमान किया जा रहा है कि वे जानवरों की तरह बच्चों को क्यों जन्म दे रही हैं.