
अमरावती. जून माह के दूसरे सप्ताह में मानूसन के मुहाने पर भी गर्मी का प्रकोप कम नहीं हुआ है. जिससे जलाशयों का जलस्तर भी लगातार कम हो रहा है. यहीं वजह है कि संभाग के जलाशयों में केवल 32 प्रतिशत पानी शेष है. आगामी सालभर पेयजल, खरीफ-रबी सिंचाई, उद्योगों के जलप्रबंध के लिए जलाशयों को झमाझम की प्रतीक्षा है. सिंचाई विभाग की 9 जून की रिपोर्ट के अनुसार पांच जिलों के जलाशयों में महज 1021.46 दशलक्ष घनमीटर (31.91%) जलसंचय है.
वाशिम में केवल 17.30 फिसदी
संभाग के लघु, मध्यम व बडे कुल 384 प्रकल्पों की क्षमता 3200.58 दशलक्ष घन मीटर (दलघमी) है. इनमें वर्तमान औसत जलभंडार 1021.46 दलघमी (31.91 प्रश) है. जिसमें वाशिम जिले में सबसे कम 17.30 प्रतिशत पानी शेष है. यहां 457.89 दलघमी क्षमता वाले 138 प्रकल्पों में मात्र 79.21 दलघमी जलभंडार है. जो कि भविष्य के लिए चिंता का विषय है.
अमरावती में सर्वाधिक 40.41 प्रश
संभाग के पांच जिलों में संभागीय मुख्यालय अमरावती जिले में सर्वाधिक जलभंडार है. यहां 988.85 दलघमी क्षमता वाले 49 प्रकल्पों में 399.60 दलघमी (40.41 प्रश) पानी शेष है. जबकि यवतमाल में 912.53 दलघमी क्षमता वाले 104 प्रकल्पों में 319.01 दलघमी (34.96 प्रश) संचय है. अकोला में 376.02 दलघमी क्षमता वाले 42 प्रकल्पों में 114.94 दलघमी (30.57 प्रश), बुलढाणा में 465.29 दलघमी क्षमता वाले 51 प्रकल्पों में 108.70 दलघमी (23.36 प्रश) जलभंडार है.
जिलानिहाय प्रकल्प क्षमता व वर्तमान जलसंचय (दलघमी में)
जिला प्रकल्प क्षमता जलसंचय प्रश
अमरावती 49 988.85 399.60 40.41
अकोला 42 376.02 114.94 30.57
बुलढाणा 51 465.29 108.70 23.36
यवतमाल 104 912.53 319.01 34.96
वाशिम 138 457.89 79.21 17.30
कुल 384 3200.58 1021.46 31.91