Water crisis in many wards of Ambarnath, water being made available to people by tankers
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    -शंकर जयस्वाल 

    अमरावती. बीते वर्ष 2020 में शानदार बारिश के चलते संभाग के जलाशयों में भरपूर जलसंचय है. इसके बावजूद पांचों जिलों के 1615 गांवों में जलसंकट सदृश स्थिति संभावित है. जिससे निपटने के लिए प्रशासन ने भी तैयारी कर ली है. संभागीय आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच 1129 गांवों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है.

    अप्रैल से जून माह में यह जलसंकट गहराकर 1615 गांवों को अपनी चपेट में लेने की संभावना है. इससे निपटने के लिए प्रशासन ने विभिन्न उपाय योजनाओं का खाका तैयार किया है. जिसके तहत संभाग के भीषण जलकिल्लत वाले 110 गांवों में टैंकर अथवा बैलगाड़ी से जलापूर्ति की जाएगी. जनवरी से मार्च के दौरान लगभग 68 गांव में टैंकर, बैलगाड़ी से जलापूर्ति की जा रही है.

    58.66 करोड़ का प्रावधान

    जलसंकट से निपटने के लिए प्रशासन ने 58 करोड़ 66 लाख 79 हजार रु. निधि का प्रावधान किया है. जिसमें 3637 उपाय योजनाएं प्रस्तावित की गई है. जिसमें कुंआ गहराईकरण, किचड़ निकालना, निजी कुंओं का अधिग्रहण, टैंकर-बैलगाडी से जलापूर्ति, नल दुरुस्ती विशेष योजना, कुएं मरम्मत योजना, अस्थायी पूरक नल योजना का समावेश है. जिसके लिए उपाय योजना निहाय आर्थिक प्रावधान किया गया है.

     नल योजना हेतु सर्वाधिक 21.81 करोड़

    प्रशासन द्वारा किए 58.66 करोड के प्रारूप में नल योजना विशेष दुरुस्ती के लिए सर्वाधिक 21 करोड 81 लाख 23 हजार का प्रावधान किया गया है. संभाग के 279 गांवों में 440 नल दुरुस्ती विशेष योजना क्रियान्वयन किया जाएगा. जबकि निजी कुंओं के अधिग्रहण के लिए 11 करोड़ 21 लाख 82 हजार का बजट है. 1326 गांवों में 2087 निजी कुंओं का अधिग्रहण करने का नियोजन किया गया है. उसी प्रकार नए कुंओं के निए 8.45 करोड़, टैंकर-बैलगाड़ी से जलापूर्ति के लिए 9.13 करोड़ तथा अस्थायी पूरक नल योजना के लिए 7.62 करोड़ का प्रावधान है.

    बुलढाणा में सर्वाधिक खर्च

    अप्रैल से जून के दौरान संभाग में यवतमाल जिले के सर्वाधिक 463 गांवों में जलसंकट संभावित है. लेकिन यहां उपाय योजनाओं के लिए केवल 7.80 करोड़ खर्च का प्रावधान किया गया है. बुलढाणा में भी लगभग 439 गांवों में जलकिल्लत का अनुमान है. यहां उपाय योजनाओं के लिए पांचों में सबसे अधिक 16.03 करोड़ खर्च का प्रावधान किया गया है. संभागीय मुख्यालय अमरावती के 281 गांवों के लिए 15.03 करोड़, अकोला के 158 गांवों के लिए 15.90 करोड़ तथा वाशिम जिले के 274 जलसंकटग्रस्त गांवों के लिए 4.90 करोड़ का प्रारूप बनाया गया है. 

    अप्रैल से जून में अनुमानित जलसंकटग्रस्त गांव तथा प्रारूप (करोड रु. में)

    जिला गांव योजना प्रारूप

    अमरावती 281 824 15.03

    अकोला 158 699 14.90

    बुलढाणा 439 956 16.03

    यवतमाल 463 636 07.80

    वाशिम 274 422 04.90

    कुल 1615 3637 58.66