औरंगाबाद : कोरोना काल (Corona period) के बाद जनता के समक्ष आई समस्याएं और उसका हल निकालने के लिए केंद्र और राज्य सरकार (State Government) को सुझाव देकर उस पर कृति करने वाला ही सचमुच जनता का नेता है। आज जाति, धर्म, प्रांत, साम्प्रदायिक पर बयानबाजी करने का समय नहीं है। बीते दो साल से लोग कोरोना महामारी से परेशान थे।
महामारी ने करोड़ों लोगों का रोजगार छिना है। उस पर बोलने के बजाए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने साम्प्रदायिक बयानबाजी कर महाराष्ट्र का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। इस शिवसेना (Shiv Sena) के जिला प्रमुख तथा विधायक अंबादास दानवे (Ambadas Danve) ने फेसबुक (Facebook) पर राज ठाकरे (Raj Thackeray) की मुस्लिम टोपी (Muslim Cap) पहनी हुई फोटो वायरल कर उन पर खूब राग अलापा।
अंबादास दानवे ने कहा कि कोरोना में जो लोग बेरोजगार हुए है, वे लोग रोजगार पाने के लिए दर-दर भटक रहे है। केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के चलते महंगाई आसमान को छू रही है। आज इंधन, गैस के दाम से गरीब परिवार की कमर टूटी है। गरीब परिवार को अपना घर चलाना दुश्वार हो रहा है। इस पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे कुछ बोलते तो शायद जनता के मन में उनके लिए कुछ जगह बन जाती। मुंबई के शिवतीर्थ पर गुढी पाढ़वा के उपलक्ष्य में मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा आयोतित स्नेह सम्मेलन में स्नेह बढ़ाने के बजाए जाति धर्म में द्वेष फैलाने का काम राज ठाकरे ने किया।
राज ठाकरे के बयान से महाराष्ट्र की जनता को निराशा हाथ लगी
राज ठाकरे के भाषण से महाराष्ट्र की जनता को सिर्फ निराशा हाथ लगते हुए जनता की चिंता बढ़ी है। राज ठाकरे केन्द्र सरकार की नीतियों पर राग अलापते तो शायद जनता को उनका भाषण पसंद आता। बल्कि, उनके कार्यकर्ता भी उन पर खूब तालियां बरसाते। राज ठाकरे के बयान के बाद जो तालियां बज रही थी, वह मामूली थी। दानवे ने आरोप लगाया कि राज ठाकरे ने साम्प्रदायिक बयानबाजी कर दो समुदाय में दुरियां बनाने का काम किया है। आज जनता के समक्ष कई समस्याएं सता रही है। दानवे ने साफ किया कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे काफी दूरदृष्टि वाले नेता थे। उनकी कमी आज पूरे महाराष्ट्र को सता रही है।
शिवसेना विधायक अंबादास दानवे द्वारा मनसे प्रमुख राज ठाकरे का मुस्लिम टोपी पहना हुआ फोटो वायरल करने के बाद मनसे नेता उन्हें सोशल मीडिया पर किस तरह जवाब देते है, यह देखना होगा। अगर, मनसे कार्यकर्ताओं ने शिवसेना नेताओं के साथ सोशल मीडिया वॉर शुरू किया तो शिवसेना भी उसके लिए सक्षम है। गौरतलब है कि शनिवार को राज ठाकरे ने गुड़ी पाढ़वा पर आयोजित मनसे के स्नेह सम्मेलन में मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर तत्काल निकालने की चेतावनी राज्य सरकार को दी। राज ठाकरे के बयान के बाद महाराष्ट्र में फिर एक बार साम्प्रदायिक राजनीति गरमा गई है।