Manish Kalvania

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    औरंगाबाद: त्यौहार, उत्सव मनाते समय सोशल मीडिया (Social Media) जैसे मंच से आक्रामक मैसेज (Message) वायरल (Viral) ना करें। ऐसी पोस्ट पर टिप्पणी ना करें, जिससे किसी की भी भावनाएं आहत हों, ऐसे कार्य ना करें। यह अपील औरंगाबाद ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक मनीष कलवानिया (Superintendent of Police Manish Kalvania) ने यहां की।

    रमजान ईद के उपलक्ष्य में शहर के एमजीएम सभागृह में आयोजित मुस्लिम समुदाय के मुफ्ती, आलीम, हाफिज, मौलवी, धर्मगुरु, जनप्रतिनिधि, व्यापारियों की जिला स्तरीय शांतता समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक को मार्गदर्शन करते हुए मनीष कलवानिया ने यह अपील की। इस अवसर पर मंच पर प्रमुख रुप से जिलाधिकारी सुनील चव्हाण, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ। पवन बनसोड आदि उपस्थित थे। 

    अभिभावकों को बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरुरत

    एसपी कलवानिया ने कहा कि अभिभावकों ने अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरुरत हैं। उनके द्वारा भड़काऊ और समाज के मन दुखाने वाले मैसेज वायरल ना हों। सोशल मीडिया के माध्यम से धार्मिक और साम्प्रदायिक भावनाएं आहत होंगी, ऐसे वीडियो, आक्रमक मैसेज, एसएमएस मैसेज तैयार कर वह पोस्ट, लाइक, शेयर कमेंट्स, फॉरवर्ड कर अन्य स्थान प्रसारित करने के लिए कृत्य करने पर संबंधित पर धारा 295 भारतीय दंड संहित की धारा 66 और 67 सूचना प्रौद्योगिकी कानून के अनुसार 3 साल तक सजा हो सकती है। 

    साइबर टीम रहेगी अलर्ट 

    एसपी कलवानिया ने बताया कि औरंगाबाद ग्रामीण साइबर पुलिस की एक टीम बारिकी से सोशल मीडिया पर नजर  रखी हुई है। विशेष रुप से इस टीम को साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी प्रकार की जानकारी मिलने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ तत्काल अपराध दर्ज किए जाएंगे। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. पवन बनसोड ने कहा कि पुलिस और सभी समुदाय के संबंध हमेशा दोस्ती जैसे रहें। सभी समुदाय के धार्मिक त्यौहार, उत्सव में भी पुलिस भी शामिल हो, इसलिए हम कई प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर अपने विचार में धार्मिक उत्सव यह एक साथ  मिलकर मनाने की अपील जिलाधिकारी चव्हाण ने की।