Dr. Nikhil Gupta

    Loading

    औरंगाबाद: नांदेड़ के एक बिल्डर संजय बियाणी की फिरौती (Ransom) के लिए गोली मारकर हत्या कर दी गई। सभी बिल्डरों (Builders) को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कहीं भी इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो। अपराधियों और कदाचारों को आश्रय न दें, यह अपील औरंगाबाद शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. निखिल गुप्ता (Police Commissioner Dr. Nikhil Gupta) ने औरंगाबाद शहर (Aurangabad City) के बिल्डरों से की। वे  रेलवे स्टेशन रोड़ स्थित क्रेडाई कार्यालय में आयोजित ‘हैंड इन हैंड’ कार्यक्रम में बिल्डरों का मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे।

    उन्होंने कहा कि बिल्डरों पर तीन मुख्य कारणों से हमला किया गया था, जैसे पैसे के लिए फिरौती, जमीन हथियाना और अतिक्रमण। इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, फोन द्वारा उत्पीड़न, अपहरण और संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शामिल है। इसका समाधान यह है कि जब आप अकेले हों तो नकदी न ले जाएं, अजनबियों के साथ जानकारी साझा न करें, सार्वजनिक रूप से वित्तीय लेनदेन पर चर्चा न करें, व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करें और पुलिस का सम्मान करें। 

    घर, ऑफिस में सीसीटीवी लगाएं 

    साथ ही किसी अजनबी से आईडी कार्ड मांगें। घर, ऑफिस, पार्किंग और साइट पर सीसीटीवी लगाएं। कार्यालय के लड़कों, ड्राइवरों, सफाईकर्मियों और सुरक्षा गार्डों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच करें। धोके की सूचना देनेवाले अलार्म का प्रयोग करें।

    …तो तुरंत पुलिस को सूचित करें

    अगर कोई आपको परेशान करने की कोशिश करता है या फिरौती लेने की कोशिश करता है, तो तुरंत उस व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। एक संदिग्ध, वाहन और कॉल के बारे में पुलिस को सूचित करें। अपने परिवार को बताएं। उनसे कुछ भी न छिपाएं। अपराधियों से कभी भी गुस्से में बात न करें, बल्कि शांति से बोलें। जिससे अनुचित घटनाओं पर रोक लगेगी।

    ऐसा ना करें

    • प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी अजनबी को कोई जानकारी न दें। अपरिचित पार्सल और उपहार न लें। फिरौती के लिए हां मत कहें। पुलिस की अनुमति के बिना फिरौती मांगने वाले को न बुलाएं।
    • कानून आत्मरक्षा और संपत्ति की सुरक्षा प्रदान करता है। इसका इस्तेमाल करें। अगर आपको हथियार की जरूरत है तो आवेदन करें, हम आपको देंगे। 
    • इसके अलावा औरंगाबाद पुलिस चौबीसों घंटे उपलब्ध रहती है। रात्रि गश्त, वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ, दामिनी प्रकोष्ठ, क्यूआर कोड आधारित प्रौद्योगिकी और सामुदायिक पुलिसिंग जैसी गतिविधियां चल रही हैं। इसके अलावा, यदि कोई सुझाव तो आप हमें दें, ये बात कमिश्नर गुप्ता ने कही।

    पुलिस हमेशा हमारा सहयोग कर रही है: नितिन बगड़िया

    औरंगाबाद क्रेडाई के अध्यक्ष नितिन बगड़िया ने कहा कि पुलिस और क्रेडाई हमेशा हाथ में हाथ मिला कर काम कर रहे हैं। औरंगाबाद की पुलिस हमेशा हमारा सहयोग कर रही है। इसलिए  यहां अपराध नियंत्रण में है और आगे भी रहेंगे।

    कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति

    इस अवसर पर औरंगाबाद क्राइम ब्रांच के पीआय अविनाश अघव, महाराष्ट्र क्रेडाई के प्रमोद खैरनार, राजेंद्र सिंह जबिंडा, नरेंद्र सिंह जबिंदा, औरंगाबाद क्रेडाई के अध्यक्ष नितिन बगड़िया, सचिव अखिल खन्ना, कोषाध्यक्ष अनिल अग्रहारकर, विकास चौधरी, भास्कर चौधरी, बालाजी येरावर, सुनील राका, रोहित सूर्यवंशी, पंजाब तोर, अजीत बापट, प्रशांत अमिलकंठवार, श्वेता भारतीय, हेमा सुखिया, सौरभ गुप्ता, दीपक कुलकर्णी, राम उपाध्याय, सचिन मुले, नवीन बगड़िया, साहिल कासलीवाल, अनिल संचेती आदि उपस्थित थे।