राजेन्द्र जंजाल ने कसा अंबादास दानवे पर  तंज, कही ये बड़ी बात

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    औरंगाबाद: महाराष्ट्र विधान परिषद के विरोधी पक्ष नेता पद पर विराजमान होने के बावजूद अंबादास दानवे (Ambadas Danve) का सारा दिल औरंगाबाद (Aurangabad) में अटका हुआ है। विरोधी पक्ष के नाते उन्होंने पूरे महाराष्ट्र का दौरा करना चाहिए। पार्टी विरोधी कार्रवाईयां करने के बावजूद ठाकरे परिवार अंबादास दानवे पर मेहरबान है। इस पर शिंदे सेना के जिला प्रमुख राजेन्द्र जंजाल और हाल ही में शिवसेना को अलविदा कर शिंदे सेना (Shinde Camp) में शामिल हुए पूर्व जिलाध्यक्ष नरेन्द्र त्रिवेदी ने तंज कसते हुए अंबादास दानवे पर निशाना साधा।

    शिंदे सेना के जिला प्रमुख राजेन्द्र जंजाल और मुन्ना त्रिवेदी ने जिले भर में उद्वव ठाकरे की शिवसेना की  आए दिन लोकप्रियता के गिरते ग्राफ के लिए पार्टी के जिला प्रमुख अंबादास दानवे को जिम्मेदार ठहराया। नरेन्द्र त्रिवेदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवसेना के वरिष्ठ नेता चन्द्रकांत खैरे और दानवे के बीच जारी आपसी रंजिश से ही पार्टी पदाधिकारियों को काम करते समय कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गत लोकसभा चुनाव में अंबादास दानवे ने पार्टी विरोधी खुलकर काम किया, पार्टी में बगावत के बाद जिले के 5 विधायकों ने उद्वव ठाकरे से नाता तोड़ा  इसके बावजूद आज दानवे के पास वर्तमान में विरोधी पक्ष नेता, पार्टी प्रवक्ता, जिला प्रमुख के अलावा अन्य कई पदों पर वे विराजमान है। 

    औरंगाबाद से सांसद बनने का देख रहे सपना

    अब अंबादास दानवे जिले के सांसद बनने का सपना देख रहे है। इस पर जंजाल और त्रिवेदी ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि ठाकरे परिवार अंबादास दानवे पर क्यों मेहरबान है, यह बात समझ से परे है। दानवे की मनमानी से कार्यकर्ता नाराज है । शिवसेना के पूर्व जिला प्रमुख नरेन्द्र त्रिवेदी ने बताया कि शिवसेना  में बगावत के बाद जिले के 5 विधायक शिंदे गुट में शामिल हुए, उसका मुख्य कारण दानवे की एकाधिकार शाही ही है।  शाखा प्रमुख नियुक्त करने के अधिकार तहसील प्रमुख और शहर प्रमुख को होने के बावजूद सारा खेल दानवे द्वारा खेला जाता है। दानवे की इसी एकाधिकार शाही से तंग आकर सिल्लोड, सोयगांव, पैठण, फुलंब्री और कन्नड के तहसील प्रमुखों ने शिंदे सेना का दामन थामा है। जिन्हें शिंदे गुट में शामिल करेंगे उन्हें न्याय देंगे।

    हम सही समय का इंतजार कर रहे

    एक सवाल के जवाब में शिंदे सेना के जिला प्रमुख राजेन्द्र जंजाल ने बताया कि हमारे पास शिवसेना के कई पदाधिकारी, नगरसेवक आने के इच्छुक है। हम समय का इंतजार कर रहे है। जो लोग हमारे पास आना चाहते है, हमे उससे शिंदे सेना को कितना फायदा होगा, बल्कि जिसे हम शिंदे सेना में शामिल करेंगे उन्हें हमें  न्याय भी देंगे। शिवसेना के दूसरे स्तर के कार्यकर्ताओं को हमारे पास काफी अवसर उपलब्ध होंगे। आगामी महानगरपालिका चुनाव से पूर्व शहर में ठाकरे की शिवसेना में भूकंप आएगा और कई लोग हमसे जुडऩे का दावा शिंदे सेना के जिला प्रमुख राजेन्द्र जंजाल ने किया। उन्होंने बताया कि हमने संगठन को मजबूत करने का काम शुरु किया है। नरेन्द्र   त्रिवेदी ने भी शिवसेना को अलविदा करने के लिए अंबादास दानवे की एकाधिकार शाही को जिम्मेदार ठहराते हुए वरिष्ठ नेता चन्द्रकांत खैरे पर भी राग अलापा। त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि खैरे और  दानवे की आपसी रंजिश के चलते ही औरंगाबाद जिले में शिवसेना कमजोर हो रही है।