पटोले के बेतुके बयान से भड़की भाजपा, सांसद मेंढे की शिकायत पर पुलिस का एफआयआर से इंकार

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    • कहा राजनीतिक बयानबाजी
    • सांसद मेंढे ने दिया धरना

    भंडारा. राजनीतिक बयानबाजी में सुर्खियों में बने रहने के लिए बड़बोले बयानों की जनता को आदत हो गयी है. लेकिन कभी कभार छपाक की बीमारी में बेतुके बयान सभ्यता की हदें ही पार कर जाती है. भंडारा में कुछ ऐसा ही हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घोर विरोधी कहे जाने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले का जेवनाला गांव में दिए बयान का वीडियो क्लिपिंग सोशल मीडिया में वायरल क्या हुआ, पूरे जिले भूचाल आ गया.

    भाजपा ने मामले को बेहद शर्मनाक बताया. पटोले के बयान को प्रधानमंत्री का अपमान करार देते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर सांसद मेंढे के नेतृत्व में भाजपाई पुलिस स्टेशन पहुंचे. सांसद मेंढे ने नवभारत को बताया कि पुलिस एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर रही है एवं उसे केवल राजनीतिक बयानबाजी कह रही है. पुलिस पर पटोले के हित में काम करने का आरोप लगाते हुए सांसद मेंढे के नेतृत्व में भाजपाई पुलिस स्टेशन परिसर में धरने पर बैठ गए. समाचार लिखे जाने के समय भंडारा पुलिस स्टेशन में बड़ी संख्या में भाजपाई इकट्ठा हुए थे.

    क्या है वीडियो में

    जो वीडियो वायरल हुआ है, वह लाखनी तहसील के जेवनाला गांव का बताया जाता है. जब रविवार देर शाम में नाना पटोले ने विवादास्पद बयान दिया. जिसमें पटोले कहते हैं कि मैं मोदी को मार सकता हूं, गाली भी दे सकता हूं.

    मोदी विरोध से पटोले चर्चा में

    उल्लेखनीय है कि बतौर भाजपा सांसद नाना पटोले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी. भाजपा छोडने के बाद वे मोदी विरोधियों के आकर्षण का केंद्र बने. मोदी से सीधे टकराने के धाडस की वजह से उन्हे कांग्रेस में पसंद किया जाने लगा एवं देखते ही देखते वह पहले विधानसभा अध्यक्ष एवं अब प्रदेशाध्यक्ष बने. नाना पटोले अब हर भाषण में मोदी का एकल नाम से उल्लेख करते है. तीखी आलोचना करते रहे है. लेकिन जेवनाला में दिए बयान की वजह से नाना पटोले एवं कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ना तय है.

    कांग्रेस के भीतर में समर्थन नहीं

    ज्यादातर कांग्रेसी दबी जुबान में पटोले के बयान के समर्थन में नहीं है. उनका मानना है कि यह कांग्रेसी संस्कृति के अनुरूप नहीं है. राजनीति में आलोचना आवश्यक है, लेकिन सभ्यता की सीमा लांघनी नहीं चाहिए.

    भाजपा हुई आक्रामक

    कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का बयान सामने आने पर सांसद सुनील मेंढे ने आक्रमक हुए है. उन्होने कहा कि जब इस समय प्रधानमंत्री मोदी सुरक्षा को लेकर देश में गंभीर बहस चली है. ऐसे में मोदी को मार सकता हूं का बयान यह सीधी सीधी मारने की धमकी की श्रेणी में आता है. प्रधानमंत्री की मोदी की सुरक्षा से किसी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता. अगर कोई प्रधानमंत्री को मारने की धमकी देता है, उसके तत्काल गिरफ्तार किया जाता है. लेकिन स्थानीय पुलिस जिस तरह से कांग्रेसी प्रदेशाध्यक्ष का बचाव कर रही है. वह बेहद चिंताजनक है.

    नाना पटोले का पूरा बयान

    16 जनवरी को चुनाव प्रचार में नाना पटोले ने मौजूद थे. लाखनी तहसील में आम लोगों के बीच में नाना पटोले कहते है कि जब सत्ता में आती है तो स्कूल कॉलेजों को इकट्ठा करते हैं. मैंने कुछ इकट्ठा नहीं किया, इसलिए मैं झगडता हूं. इसलिए मैं पीएम मोदी को मार सकता हूं, गाली भी दे सकता हूं.

    बयान दुर्भाग्यजनक : सेवक वाघाये ने आड़े हाथों लिया

    नाना पटोले के बयान की निंदा करते हुए पूर्व विधायक सेवक वाघाये ने कहा कि यह कांग्रेस एवं भंडारा जिले की संस्कृति नहीं है. नाना पटोले द्वारा सत्ता में आने पर स्कूल कालेज खोलते है, इस बयान को अपने से जोडते हुए सेवक वाघाये ने कहा कि जो लोग एमबीबीएफ यानी मैट्रिक बार बार फेल है, ऐसे लोगों को पढे लिखे लोगों के बारे में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. वाघाये ने कहा कि उनके पार्टी में पुर्नप्रवेश से कुछ लोग हताशा में चले गए है.

    इसीलिए अनर्गल बातें कर रहे है. वाघाये ने आगे कहा कि मेरा पार्टी प्रवेश हायकमांड के कहने पर हुआ. वरिष्ठ मेरे घर आए तक जाकर मेरा प्रवेश हुआ. इस समय कांग्रेस संगठन की स्थिति बेहद कमजोर है. उसे मजबूत करने की जरूरत है. नाना पटोले ने अपनी हताशा प्रदर्शित करते हुए असंबद्ध बयानबाजी की है.

    राजनीति का अजीब रंग

    मोदी का आदर और बयान का समर्थन भी

    कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने अपने बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने जिस मोदी की बात कही. वह संबंधित गांव के बदमाश का नाम है. जब लोगों ने बदमाश के बारे में शिकायत की, तब उन्होने मोदी को मारने एवं गाली देने की बात कही. नाना पटोले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके लिए आदरणीय है. उनके बारे में ऐसी बात नहीं कही.