गोबरवाही. शुक्रवार को दोपहर मे आष्टी गांव के गन्ना खेतों में बाघ ने बकरे का शिकार किया. वन विभाग को बकरे के शव की तलाश थी, मृत बकरे की तलाश की गई, लेकिन अंधेरा होने के कारण सफलता नहीं मिली. आज फिर सवेरा होते ही नाकाडोंगरी वनपरीक्षेत्र के टीम ने मृत बकरे के तलाश में अभियान चलाया. आज दोपहर करीब 12 बजे के दौरान मृत बकरा घटना स्थल से करीब 200 मीटर दूर गन्ने के खेतों में पाया गया.उसका पोस्टमार्टम किया गया.
वनपरीक्षेत्राधिकारी मनोज मोहित के मार्गदर्शन मे राउंड ऑफिसर यादव की ओर से खोज अभियान चलाया गया. इस कार्य में वन विभाग के देशमुख, कु. शेंडे, ड्राइवर भंडारकर एवं उनके सहयोगी कर्मचारियों ने प्रयास किया. क्षेत्र में बाघ की दहशत अभी कायम है. जनता डरी हुई है.
वन्यप्राणियों के आतंक से विशेष कर किसान वर्ग परेशान है. खेती कैसे करें? यह संकट उनके सामने है. वन्य प्राणियों की ओर से फसलों को नुकसान पहुंचाने से किसान वर्ग संकट में आ गया है. जंगली सूअर और बंदर आदि से किसानों की रक्षा कैसे हो सकेगी? इसका उपाय वन विभाग की ओर से किए जाने की मांग किसानों की ओर से की जा रही है.