भंडारा (का). कोरोना महामारी के कारण देश में की गई तालाबंदी में राज्य भर के होटलों पर ताले लगे रहे. लगभग छह माह की कालावधि के बाद अब होटल तो खुल गए हैं, लेकिन ग्राहक न होने के कारण होटल मालिक बहुत परेशान हैं. राज्य सरकार के आदेश पर 5 अक्टूबर से पूरे राज्य के होटलों पर लगे ताले खुल गए.
भंडारा जिले के होटलों को भी तालेबंदी से मुक्ति म्रिली. होटल खुलने की खुशी तो होटल मालिकों को हैं, लेकिन ग्राहक न आने से उनके चेहरे मायूस हैं. होटल मालिक ग्राहकों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने होटल व्यापारियों को यह नहीं बताया है कि होटल की समय-सारिणी क्या रहेगी? होटल व्यापारी भी अन्य दुकानदारों की तरह अपना होटल खोल तथा बंद कर रहे हैं.
तालाबंदी से पहले जितनी देर होटल खुला करते थे, उतनी देर होटल रात में नहीं खुल पा रहे हैं, इस कारण होटल व्यापारियों में रोष उपजा है. कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए अन्य व्यापारियों की तरह ही होटल क्षेत्र से जुड़े लोग भी ग्राहकों के शरीर का तापमान जानने के लिए थर्मल गन को उपयोग में ला रहे हैं.
आने वाले हर ग्राहक के हाथ पर सैनेटाइजर दिया जा रहा है. कुछ होटल मालिकों ने डिस्पोजेबल बर्तनों को उपयोग में लाना शुरु कर दिया है. इसके अलावा होटल मालिक सामाजिक दूरी रखने की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा रहे हैं.