exam 2022
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भंडारा. गत 22 फरवरी से राज्य के जूनियर कॉलेज शिक्षक पद के लिए चल रही शिक्षक अभियोग्यता परीक्षा (TAIT-टीचर्स एप्टीट्यूड एंड इंटेलिजेंस टेस्ट) दे रहे उम्मीदवारों में परीक्षा के सिलेबस और ऑनलाइन टेस्ट में पूछे जा रहे प्रश्नों को लेकर नाराजी है. उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि भाषा, समाजशास्त्र, मानसशास्त्र, शिक्षाशास्त्र को नजरंदाज कर बैंकिंग और रिजनिंग के सवाल अधिक पूछे जा रहे हैं.

राज्य में 12,000 पद रिक्त

राज्य में 12 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं जिनपर भर्ती के लिए प्राथमिक स्तर पर टीईटी और उच्च माध्यमिक स्तर पर टीएआईटी शिक्षक अभियोग्यता परीक्षाएं लेने का प्रावधान है.  टीएआईटी परीक्षा 22 फरवरी से 3 मार्च तक हो रही है जो पहली बार दिसंबर 2017 में आयोजित की गई थी. 6 साल बाद हो रही परीक्षा में परीक्षार्थियों ने पेपर पैटर्न, सिलेबस और टेस्ट लेने वाली आईबीपीएस कंपनी पर सवाल खड़े किए हैं. जिले के एकमात्र परीक्षा केंद्र भिलेवाड़ा स्थित पांडव इंजीनियरिंग कॉलेज परीक्षा देने आए हजारों छात्र आईबीपीएस और शिक्षा विभाग को दोष देते नज़र आए. 

सॉफ्टवेयर की गलती से प्रश्न पढ़ने में परेशानी 

शिक्षिका तृप्ति सोनकुसारे ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि रिजनिंग के सवालों को  पढ़ने में ही समय चला जाता है. साथ ही सॉफ्टवेयर की गलती से कंप्युटर स्क्रीन पर पूरा सवाल पढ़ने के लिए बार बार स्क्रीन ऊपर नीचे स्क्रॉल करनी पड़ती है जिससे समय नहीं बचता. वे 120 मिनट में 200 सवालों से केवल 60 अंकों के प्रश्न हल कर पाईं.

दुबारा सिलेबस पर आयोजित हों परीक्षा

लाखनी के समर्थ विद्यालय की शिक्षिका शीतल कोमेजवार ने मांग की है की परीक्षा परिषद को इन परीक्षाओं को फिर से सिलेबस के अनुसार आयोजित करना चाहिए. उन्होंने कहा की सबने दिन-रात सिलेबास की तैयारी की लेकिन अब मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ रही है.