महंगाई की मार ने गरीब व मध्यमवर्गीय की तोड़ी कमर, सरकार को कोस रही जनता

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    तुमसर. क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान आर्थिक नुकसान झेल चुके लोगों पर अब महंगाई की मार पड़ रही है. पहले लगातार पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने लोगों का तेल निकाला तो वहीं अब बढ़ रहे रोजमर्रा के सामान एवं सब्जियों के दाम ने भी खाने का स्वाद एवं बजट दोनों ही बिगाड़ दिए हैं. बढ़ती हुई महंगाई ने गरीब एवं मध्यम वर्गीय जनता की कमर तोड़ दी है. 

    सब्जी मंडियों में सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं. यहां के सब्जी मंडी की बात करें तो यहाँ सब्जियों के दाम दोगुने से भी ज्यादा बढ़ गए हैं. जहां पहले टमाटर के दाम 10 रूपये किलो मिलते थे वहीं अब टमाटर की कीमत 20 प्रति किलो जा पहुंची है. वहीं अन्य सब्जियां भी दोगुने दामों पर बिक रही हैं. बढ़ रहे सब्जी के दाम ने अब लोगों के खाने का स्वाद तो बिगाड़ा ही है. साथ ही लोगों के बजट को भी बिगाड़ दिया है. 

    क्षेत्र की गृहणियों का कहना है कि सब्जियों के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं. एवं इसका सीधा नुकसान गरीब परिवारों को होगा. वहीं सब्जी विक्रेता भी सब्जी के बढ़ रहे दामों को लेकर चिंतित हैं. क्योंकि उनकी सब्जी की बिक्री अब पहले के मुकाबले काफी कम हो गई है. 

    सब्जी विक्रेताओं की माने तो सब्जियों के दाम सब्जी की कम आवक एवं पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के कारण बढ़ रही है. डीजल व पेट्रोल के लगातार बढ़ रहे दामों ने आम लोगों की आर्थिक व्यवस्था ध्वस्त कर दी है. 

    वर्तमान में 399 रु. का रिचार्ज 599 रु. में, 60 रु. का पेट्रोल 112 रु. में, 200 रु. का टीवी रिचार्ज 450 रु. में, 400 रु. का सिलेंडर 975 रु. में, 5 रु. का प्लेटफार्म टिकिट 50 रु. में, 60 रु खाने का तेल 150 रु में मिल रहा है 

    अब क्षेत्र की जनता को अच्छे दिन आएंगे का सपना दिखाकर केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई भाजपा की कथनी-करनी में फर्क की बात करने लगी है. व्यापारी, नौकरी पेशा एवं सर्वसाधारण जनता पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम को लेकर चिंतित है.