Samruddhi Express work, Wardha (2)

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    बुलढाना. जिले के दो तहसीलों से गुजरने वाला समृद्धि महामार्ग का उद्घाटन अभी हुआ भी नहीं है इससे पहले ही इस मार्ग पर मौत का सिलसिला शुरू होते दिखाई दे रहा है. इस मार्ग पर तूफान की गति से वाहन चालक अपने वाहन चलते नजर आ रहे है, जिसके चलते आए दिन इस मार्ग पर कोई ना कोई हादसा होता रहता है. 

    जिले से समृद्धि परियोजना का कुल 87 कि.मी. का मार्ग बना हुआ है. जो सिंदखेड़ राजा से होते हुए मेहकर से गुजरता है. इस मार्ग का काम अंतिम चरण में है. इसलिए इस मार्ग को वाहनों के लिए अभी तक खुला नहीं किया गया है. जिसके बावजूद सैकड़ों वाहन चालक अभी से ही इस मार्ग का इस्तेमाल करने लगे है. सीमेंट से बने इस मार्ग की चौड़ाई अधिक होने के कारण इस मार्ग पर वाहन हवाओं से बाते करते नजर आते है. यही वजह है कि, आए दिन इस मार्ग पर हादसे होते जा रहे है.

    महाराष्ट्र में बना यह समृद्धि महामार्ग कुल 701 कि.मी. लंबा तथा 8 लेन का 120 मीटर चौड़ा महामार्ग बनाया गया है. महाराष्ट्र की राजधानी से उपराधानी को जोड़ने वाला यह महामार्ग 10 जिलों से होकर 26 तहसील तथा 390 गांवों से गुजरता है. किंतु इस मार्ग का काम पूर्ण होने के पहले ही इस मार्ग पर दुर्घटनाओं की श्रृंखला शुरु हो गई है. हाल ही सिंदखेड़ राजा के पास चल रहे ब्रिज का एक गर्डर गिरने की घटना घटी थी. गनिमत रही कि इस 200 टन की गर्डर की चपेट में कोई नहीं आया, अन्यथा बड़ा हादसा होने की संभावना थी. इससे पूर्व समृद्धि महामार्ग पर ही वन्यजीव मार्ग पर ब्रिज का हिस्सा मजदूर के ऊपर गिरने से उसकी मौत हो गई थी.

    दो दिन पूर्व ही मेहकर के तीन लोग किसी काम से जालना गए थे, वापसी के समय तेजी से जा रही कार से चालक का अचानक संतुलन बिगड़ने से कार पलट गयी. जिसमें मेहकर के व्यापारी खोसले की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी. इस घटना के बाद भी अब तक प्रशासन की ओर से इस मार्ग पर रोक लगाने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. जल्द ही इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया तो अधिक जानोमाल का नुकसान होने की संभावना नागरिकों द्वारा जताई जा रही है.