Murder
प्रतीकात्मक तस्वीर 

    Loading

    • समय पर नहीं पहुंचा बल्लारशाह और वर्धा रेलवे पुलिस दल 

    वरोरा. दो अलग अलग घटना में एक रेल कर्मी और बुजुर्ग की ट्रेन से कटने से मौत की घटना वरोरा स्टेशन के पास गुरुवार की दोपहर घटी है. घटना में बुजुर्ग दो ट्रेन से कटा है और रेल कर्मी को गोरखपुर ट्रेन की टक्कर लगी है. रेल कर्मी का शव घंटो पटरी के पास पडा रहा और वर्धा रेलवे पुलिस घंटों बाद मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए वरोरा उपजिला अस्पताल भेज दिया है.

    नई दिल्ली चेन्नई ग्रांड ट्रंक रेल मार्ग के वरोरा रेलवे स्टेशन समीप पोल संख्या 830 अप के पास एक रेल कर्मी की गोरखपुर ट्रेन की टक्कर से मौत की घटना दोपहर 3.08 बजे घटी. वहीं बुजुर्ग की मौत दोपहर 2.05 बजे की है. 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय गाडगे नगर निवासी सागर दिलीप झाडे (30) जो वरोरा के आईडब्ल्यू आफिस में कार्यरत था. गुरुवार की दोपहर 3.08 बजे वह अपनी ड्यूटी पर था. वह पटरी पार कर रहा था कि बल्लारशाह से नगापुर की ओर जा रही गोरखपुर एक्सप्रेस की टक्कर लगने से उसकी मौत हो गई. दोपहर 3.15 बजे ट्रेन ड्राइवर ने वरोरा स्टेशन मास्टर पाल को घटना की सूचना दी.

    स्टेशन मास्टर ने घटना की सूचना बल्लारशाह रेलवे पुलिस को दी. किंतु बल्लारशाह पुलिस ने कर्मचारियों की कमी की वजह से आने में असमर्थता दर्शाते हुए वर्धा पुलिस से संपर्क करने की विनंती की. वरोरा स्टेशन पाल ने वर्धा रेलवे पुलिस को सूचना दी. किंतु टीम शाम 7.40 बजे वरोरा स्टेशन पर पहुंची. तक तक स्टेशन पर भारी रोष, तनाव की स्थिति निर्माण हो गई थी.

    शहर निवासी रेल कर्मी की मौत की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन, रिश्तेदार और शहरवासी मौके पर पहुंच गए. बार बार स्टेशन प्रबंधक पाल से शव को से धूप से उठाकर दूसरी जगह रखने की विनंती करने लगे. किंतु रेल पुलिस और स्टेशन मास्टर के अनुसार शव को घटनास्थल से नहीं हटाया जा सकता इसकी वजह से कानूनी दिक्कत आती है. इसकी वजह से दोपहर की घटना के बाद ही तेज धूप में शव वहीं पडा रहा और उसका रंग काला पड़ गया.

    तेज धूप की वजह से शव की बदहाली देखते हुए मृतक के रिश्तेदार और परिजन विलाप करते रहे. यह सब बल्लारशाह और वर्धा रेल पुलिस के समय पर न पहुंचने की वजह से हो रहा था इसकी वजह से लोगों में भारी रोष फैल रहा था. वरोरा रेलवे पुलिस के हवलदार आर.डी. मात्रे, विपिन दातीर ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया. किंतु स्थिति बिगडते देख शहर पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही एपीआई किटे अपनी टीम के साथ पहुंचे.

    परिवार का इकलौता था सागर

    सागर परिवार का इकलौता पुत्र था वह पिता की जगह पर 4-5 वर्ष पूर्व रेलवे की नौकरी पर लगा था. लगभग एक वर्ष पूर्व उसका विवाह हुआ था. किंतु एक घटना से जहां माता पिता ने अपना पुत्र खो दिया वहीं नवविवाहिता ने अपना सुहाग. इस घटना की वजह से परिवार पर दुखों का पहाड टूट पडा है. वर्धा रेलवे पुलिस के पहुंचने के बाद शव का पंचनामा बना रात 11 बजे पोस्टमार्टम के लिए वरोरा उपजिला अस्पताल भेज दिया है. 

    वाहन न होने से पहुंचने में विलंब- महिला अधिकारी

    शाम 7.40 बजे वर्धा रेलवे पुलिस की एक महिला अधिकारी दो पुरुष कांस्टेबल के साथ वरोरा रेलवे स्टेशन पर पहुंची. टीम ने शव का पंचनामा बना औपचारिकताएं पूरी कर शव को पीएम के लिए भेज दिया. महिला रेलवे अधिकारी से देरी से आने का कारण पूछने पर बताया कि वाहन न होने की वजह से उन्हे पहुंचने में विलंब हुआ है. किंतु रेलवे पुलिस कर्मी को लगभग 85 किमी दूर वरोरा पहुंचने में घंटों का समय लग गया.

    ट्रेन से कटने से बुजुर्ग की मौत

    एक अन्य घटना में चेन्नई नई दिल्ली ग्रांड ट्रंक रेल मार्ग के बल्लारशाह से नागपुर की ओर जा रही एक ट्रेन ने वरोरा के पोल संख्या 832 के अप लाईन पर आष्टी निवासी देवराव पैसाजी कोल्हे (80) को ट्रेन ने टक्कर मार दी. ट्रेन की टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह उछालकर डाउन लाईन पर जा गिरा और पटरी से गुजरने वाली ट्रेन से कटने की वजह से उसका शव छिन्न बिन्न हो गया.

    यह घटना गुरुवार की दोपहर 2.05 बजे घटी है. संभावना है कि जिले में इस प्रकार किसी की दो ट्रेनों से मौत हुई होगी. वरोरा रेलवे पुलिस के हवलदार आर.डी. मात्रे और विपिन दातीर की सूचना पर शहर थाने के एपीआई चौरे मौके पर पहुंचे और शव का पंचनामा बना पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.