गरीबों के घर ढहाये और धानिकों को राहत, भंगराम तलोधी गांव से जाने वाले महामार्ग का मामला

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    गोंडपिपरी. विठ्ठलवाडा, भंगाराम तलोधी से पोडसा मुख्य राज्य महामार्ग का काम तेज गति से चल रहा है. इस ममहामार्ग की चौडाई 40 फुट की है तेलंगाना राज्य को जोडने वाला मार्ग है. इसलिए दो राज्यों का आवागमन होने से महामार्ग किनारे के गांव को काफी महत्व प्राप्त होने वाला है. मार्ग के निर्माण में बाधा बन रहे कच्चे और पक्के अतिक्रमित घर गिराने के लिए निर्माणकार्य विभाग के अधिकारियों ने कमर कस ली और इस आशय का नोटिस भी जारी किया था. नोटिस के अनुसार माता मंदिर से हनुमान चौक तक सारा अतिक्रमण हटाना था. किंतु ऐसा न करते हुए गरीबों के घर गिराकर धानिकों को राहत देने का आरोप ग्रापं सदस्य जयेश कारपेनवार ने किया है.

    महामार्ग की चौडाई शुरु से अंत तक 40 फुट की हो ऐसा प्रस्ताव ग्रापं ने पारित किया. इसके लिए जयेश कारपेनवार के साथ ग्रापं सरपंच लक्ष्मी बालुगवार, उपसरपंच सुनील धाबर्डे, सदस्य सहदेव रेडी, नम्रता बारसागडे, नरेश चेलमेलवार, अर्चना कावले, अनिता पोटे, सुनीता चांदेकर, ममता कोवे, परशुराम कुकुडकर, मनोज सिडामने समर्थन किया. किंतु यहां देखा जा रहा है कि मार्ग के इंजीनियर पक्षपात कर गरीबों के घर गिरा रहे है वहीं धानिकों का अतिक्रमण नहीं हटा रहे है.

    इकसे खिलाफ जयेश ने आवाज उठाया तो  आटो यूनियन अध्यक्ष अनिल कालुरवार, पूर्व पंस सदस्य श्रीनिवास कंदनुरीवार, पूर्व विमुस अध्यक्ष संजय रामगोनवार, सुधाकर निकोडे, किशोर पेद्दूलवार, अजय पेरकावार, तनवीर पेशट्टीवार, संतोष चटारे, सुधाकर बोगेवार संजय गोविंदवार, राकेश कटकमवार, विलास कत्रोजवार, विजू पेरकावार ने भविष्य में होने वाले आंदोलन को सहयोग का आश्वसन दिया. 

    तहसील के विकास का दर्जा ऊंचा उठाने के लिए आवागमन के मार्ग को प्राथमिकता दी जा रही है. किंतु विकास कार्य की गुणवत्ता की ओर इंजीनियर अनदेखी किए है. इसकी वजह से गांव का विकास कैसे होगा यह सवाल जयेश कारपेनवार ने उठाया है. नियमानुसार मार्ग का निर्माण करें अन्यथा तीव्र आंदोलन की चेतावनी जयेश ने दी है.