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    ब्रम्हपुरी: ब्रम्हपुरी तहसील के बोडधा के किसान कवडू किसन मेश्राम 55 को बाघ ने अपना शिकार बनाया. इसके चलते परिसर में बाघ को लेकर ग्रामीणों में काफी दहशत छायी हुई है. इस बाघ का बंदोबस्त करने की मांग ग्रामीणों ने की है. अन्यथा किसान सभा के नेतृत्व में वनविभाग कार्यालय के सामने तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी विनोद झोडगे ने दी है.

    तहसील के बोडधा का किसान कवडू किसन मेश्राम 55  रविवार 27 मार्च को गांव में एक विवाह समारोह होने से विवाह समारोह में शिरकत की और दोपहर में बैलों को नहलाने के लिए बोडधा के अमराई नदी घाट पर गया था परंतु देर शाम को बैल तो वापस गांव लौट गए परंतु कवडू मेश्राम रात  होने के बाद भी घर नहीं लौटा. ऐसे में उसके परिवार को उसकी चिंता छाने पर उन्होने ग्रामीणों की सहायता से उसकी खोजबीन शुरू कर दी. परंतु देर रात तक आसपास भी जगह खोजने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल पाया.

    आज सोमवार को ग्रामीणों ने तडके फिर से उसकी खोजबीन शुरू की तो वैनगंगा घाट से सटकर बंडू पाटिल ठाकरे के खेत में उसका शव पाया गया. उसके शरीर पर बाघ द्वारा हमला किए जाने के घाव नजर आ रहे थे. बाघ द्वारा अधखाया हुआ शव देख परिसर के नागरिकों में दहशत निर्माण हो गई.क्योकि इसी घाट से कई लोग वडसा मार्ग होकर गउचिरोली से आवागमन करते है. साथ ही कई किसान अपने खेतों में जाते है. ग्रीष्मकालिन धान फसल और अन्य फसल ली जाती है.

    कुछ लोग रोजगार का दूसरा कोई साधन नहीं होने से महुआ चुनने के लिए जाते और अब तो कुछ दिनों से तेंदूपत्ता संकलन का काम शुरू है. परंतु बाघ के मौजूदगी ने लोगों में काफी दहशत निर्माण कर दी है.खेतों में कैसे जाए यह सवाल निर्माण हो गया है. इससे पूर्व भी हलदा, बोडधा, मुडझा आदि परिसर में बाघ के हमले में कई लोग घायल और मृत्यु हुए है. परंतु वनविभाग की ओर से किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

    बोडधा  परिसर में बाघ का तत्काल बंदोबस्त करें अन्यथा परिसर की जनता की ओर से किसान सभा के नेतृत्व में वनविभाग कार्यालय के सामने तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी किसान नेता विनोद झोडगे ने दी है. इस समय घटनास्थल पर वनविभाग के पूनम ब्राम्हणे, थानेदार रोशन यादव, बोडधा के सरपंच मनीषा झोडगे, विवादमुक्त ग्राम समिति के पूर्व अध्यक्ष धनराज पाटिल ठाकरे, मेंडकी पुलिस चौकी के प्रकाश कावले उपस्थित थे.