
चंद्रपुर. कोरोना संक्रमण का कहर देश समेत जिले भर में फैला है. चिमूर पंचायत समिति कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना संक्रमित मिलने से वहां का सारा कामकाज ठप पड़ गया था. इसलिए घरकुल के इंजीनियर घरकुल का जीओ टैग करने के लिए फिल्ड पर नहीं जा रहे थे. इसके चलते घरकुल के लाभार्थियों के धनादेश अटके पड़े है.
जिसके कारण लाभार्थियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. राशि नहीं मिलने से कई निर्माण कार्य रुक गए हैं. इसलिए लाभार्थियों को जल्द धनादेश वितरित करने की मांग की गई है.
अधिकारी-कर्मचारी हुए संक्रमित
चिमूर पंचायत समिति अंतर्गत ग्रामीण परिसर में घरकुल का काम शुरू है. घरकुल का काम शुरू रहते हुए मार्च महीने में कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत हुई. इस लहर अनेक परिवार उजड़ गए. इसे रोकने के लिए राज्य सरकार अपनी ओर से प्रयास के रूप में लाकडाउन शुरू किया है. इसके बाजवूद कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. जून से कोरोना संक्रमितों की संख्या में कुछ गिरावट आई है. कोरोना संक्रमण से चिमूर पंचायत समिति के कुछ अधिकारी व कर्मचारी बाधित थे.
जिससे पंस का काम कुछ दिनों के लिए पूरी तरह से ठप रहा. खंड विकास अधिकारी होम क्वारंटीन थे. इसलिए उनके संपर्क में आने वाले अन्य अधिकारी भी होम क्वारंटीन हुए. इसी कारण से घरकुल विभाग के इंजीनियर का काम भी अटक गया.
इसलिए घरकुल के चेक रुके पड़े है. धनादेश नहीं मिलने से लाभार्थियों के घरकुल का काम रुक गया है. घर निर्माण को लगने वाली सामग्री जैसे सीमेंट, गिट्टी, रेत, लोहा के दाम भी बढ़ गए हैं. इसके चलते निर्धारित बजट में घरकुल का काम करना मुश्किल हो रहा है.