आजाद गार्डन कंत्राट में हुए गैरव्यवहार की जांच करे- यंग चांदा ब्रिगेड की मांग

  • मनपा आयुक्त को सौपा ज्ञापन

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चंद्रपुर. शहर के मध्यवर्ती परिसर में स्थित आजाद गार्डन के सौंदर्यीकरण हेतु निकाले गए टेंडर में पिछले 2 वर्ष में 2 करोड रूपये से वृध्दी की गयी. पिछले वर्ष के कंत्राटदार को यह ठेका वृध्दी की गयी राशी में दिए जाने से कंत्राट में गैरव्यवहार होने की संभावना व्यक्त करते हुए इस मामले की जांच करने की मांग यंग चांदा ब्रिगेड की ओर से मनपा आयुक्त को सौपे गए निवेदन के माध्यम से की है. 

शहर के मध्यवर्ती मौलाना अब्दुल कलाम आजाद बगीचा के रोषनाई समेत विकास कार्य के लिए वर्ष 2016 में मनपा द्वारा प्रस्ताव पारित कर टेंडर मंगाए गए. उस समय 2 नागपुर व 1 चंद्रपुर ऐसे 3 कंत्राटदारों ने टेंडर पेश किए थे. इस समय विजय घटे नामक कंत्राटदार का टेंडर अन्य कंत्राटदारों की तुलना में 9.10 प्रश कमी से होने के कारण उन्हे 4 करोड 46 लाख 25 हजार 901 रूपये में यह ठेका दिया गया. जिसमें 5 वर्ष के मेंटेनन्स के नाम पर 96 लाख की राशी जोडी गयी थी. परंतु यह ठेका देते समय अनियमितता होने का आरोप था. आखिरकार यह मामला तत्कालिन मुख्यमंत्री फडणवीस समक्ष पहुचने पर संबंधित कार्य की जांच के आदेश दिए गए थे.

विभागीय आयुक्त ने इस संदर्भ में पुछताछ कर मनपा आयुक्त को इस संदर्भ में नर्णिय लेने के नर्दिेश दिए थे. उसके बाद गार्डन के पुनर्विकास व सौंदर्यीकरण के कार्य का नया टेंडर निकाला गया. इस समय पुराने ठेकेदार ने ही पुनर्‍ टेंडर पेश किया. यह टेंडर 15 प्रश से अधिक भाव में थी. इस ठेकेदार को 6 करोड 53 लाख 64 हजार 670 रूपये में नया ठेका दिया गया. पहले के ठेका में मेंटेनन्स के लिए 5 वर्ष तय किया था. परंतु अब ठेकेदार पर मेहेरबान होकर ठेका का कार्यकाल अब 2 वर्ष का किया है. जिससे इस ठेका पध्दती पर संदेह उपस्थित किया जा रहा है. 2 वर्ष में 2 करोड रूपये की वृध्दी कैसे हुई यह प्रश्न उपस्थित हुआ है. इस मामले की दखल लेते हुए संपुर्ण मामले की नष्पिक्ष जांच की करने की मांग यंग चांदा ब्रिगेड ने मनपा आयुक्त को सौपे गए निवेदन में की है. 

शष्टिमंडल में यंग चांदा ब्रिगेड की शहर संघटीका वंदना हातगावकर, दुर्गा वैरागडे, विमल काटकर, अनिता झाडे, वैशाली मद्दीवार, वैशाली रामटेके, आदि उपस्थित थे.