जलापूर्ति पाईपलाईन बिछाने में घोटाला, इरई डैम से सीटीपीएस तक बिछाई लाईन

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दुर्गापुर. इरई डैम से सीटीपीएस तक जलापूर्ति करनेवाली नई मोटी पाईपलाईन बिछाने का कार्य चल रहा है. लगभग 12 किमी लम्बी व 1600 मीमी साईज की पाईपलाईन बिछाने का कार्य अभीयंता के माध्यम से शुरू है. परंतु 100 करोड के इस कार्य में अनियमितता बरते जाने से पाईपलाईन समतल नही है. यहां के अनियमित कार्य पर कुछ लोगों ने सीटीपीएस प्रबंधक को शिकायत भी की है. परंतु काम में कोई सुधार नही हुआ है. 

पाईपलाईन बिछाने के कार्य में अनियमितता 

लगभग 12 किमी लम्बी लाईन बिछाने का काम चल रहा है. जिसमें 60 फिसदी काम हो गया है. भूमिगत पाईप लाईन बिछाने का जो काम हुआ है उसमें अनेकों अनियमितता है. पाईप के जाईंट के चारो ओर रेती की भराई करना आवश्यक है. 5 मीटर तक मिट्टी की खुदाई कर पाईप डालने थे. परंतु कई जगहों पर पाईप गड्ढे में डालने के पश्चात जाईंट करने से संबंधित जगह पर पानी भर गया. जिससे पाईप जमीन के बराबर आने से उपर_निचे हो गए है.

इस कार्य में दुरूस्ती करने के बजाय उसी पर मिट्टी डालकर लिपापोती कर अधर में छोड दिया. पाईपलाईन के जाईंट समेत पूरे पाईप लाईन को मोटी प्लास्टिक मिक्स कोटिंग होना आवश्यक है. परंतु पाईप कोटिंग की मोटाई कम है जिससे पाईक के टिकाऊपन पर प्रश्न चिन्ह खडा हो रहा है. 

अधिकारी व ठेकेदार में साझगांठ की संभावना 

ठेकेदार अधिक पैसे कमाने के लालच में नियमों को ताकपर रखकर पाईपलाईन बिछाने के कार्य कर रहे है. ऐसे में सीटीपीएस प्रबंधक कार्रवाई करने के बजाय मुकदर्शक बनी बैठी है. कनिष्ठ अभियंता, कार्यकारी अभियंता समेत सभी अधिकारी व ठेकेदार में साझगांठ की संभावना के चलते पाईपलाईन बिछाने के कार्य में अनियमितता बरती जा रही है. पाईपलाईन बिछाने में लगाए गए कामगारों के भविष्यनिधि व सुरक्षा पर ध्यान नही देने से उनपर अन्याय हो रहा है.  करोडो के काम में कोताई बरते जाने से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कीए जाने की मांग परिसर में जोर पकड रही है.