विदर्भ में उद्योगों को कोयला आपूर्ति करे- विधायक जोरगेवार

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    विधायक जोरगेवार ने उद्यमियों के साथ ली वेकोली सीएमडी की भेट 

    चंद्रपुर.  कोयले की कमी को देखते हुए उद्योग द्वारा आरक्षित कोयले को बिजली परियोजनाओं को देने का निर्णय लिया गया है. हालांकि, अगर ऐसा होता है, तो छोटे और मध्यम उद्यम और वैकल्पिक रूप से मजदूर वर्ग भी प्रभावित होगा. इसे देखते हुए विधायक किशोर जोरगेवार ने विदर्भ में उद्योगों को कोयले की आपूर्ति करने की मांग वेकोली सीएमडी मनोज कुमार से की है. 

    मंगलवार को विधायक किशोर जोरगेवार ने विदर्भ के छोटे उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ नागपुर में वेकोली के सीएमडी मनोज कुमार से भेट की. इस समय फेडरेशन आफ इंडस्ट्रीज असो. विदर्भ अध्यक्ष मधुसूदन रूंगठा, मल्टी आर्गेनिक के गोविंद जिचकार, लायड मेटल के रंजन, बिल्टस के भारत आवलावे, नागपुर यंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चोखानी, नागपुर वेदा एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप माहेश्वरी आदि उपस्थित थे.

    बारिश के चलते कोयला उत्पादन कम हो रहा है. इससे ताप विद्युत उत्पादन परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने इन बिजली परियोजनाओं को लघु और मध्यम उद्यमों के लिए आरक्षित कोयला रिजर्व को सौंपने का फैसला किया है. इसी के चलते कोयला कंपनियों ने कोयले की ई-नीलामी रद्द कर दी है. इसलिए कच्चे माल के रूप में कोयले पर निर्भर रहने वाले विदर्भ में छोटे और मध्यम उद्यमों की स्थिति गंभीर हो गई है. यहां कई उद्योग निर्यातोन्मुख हैं और कई उद्योग मुख्य उद्योगों को उत्पादों की आपूर्ति करते हैं इसलिए इसका बड़े उद्योगों पर भी प्रभाव पड़ेगा. 

    पिछले 20 महीनों में, कोविड -19 संकट का उद्योग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. इसके अलावा, इन उद्योगों को कोयले की आपूर्ति में कटौती करने के निर्णय से इन उद्योगों का पतन होगा. इसका इन उद्योगों के मजदूर वर्ग पर भी बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा. कई लोग अपनी नौकरी से वंचित हो जाएंगे.

    इस स्थिति से निपटने के लिए युध्द स्तर पर प्रयास कर लघु व मध्यम उद्योगों को कोयला आपूर्ति सूचारू करने की मांग बैठक में विधायक जोरगेवार ने सीएमडी मनोज कुमार से की है. इस समय विधायक किशोर जोरगेवार ने उद्यमियों के सामने सीएमडी मनोज कुमार से चर्चा की और सीएमडी मनोज कुमार ने इस संकट से जल्द ही वरिष्ठ स्तर पर प्रयास करने की जानकारी दी.