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    • राजुरा तहसील के येरगव्हाण की घटना

    राजुरा. 11 सितंबर की सुबह कोरोना की कोविशल्ड वैक्सीन राजुरा तहसील के येरगव्हाण में लेने के बाद एक युवक की तबीयत खराब होने पर उसे चंद्रपुर के निजी अस्पताल में दाखिल किया गया. किंतु शाम 6 बजे उसकी मौत हो गई. मृतक का नाम  श्याममूर्ती शंकर अंदेलवार (34) है. कोरोना वैक्सीन लेने के 24 घंटे के भीतर किसी की मौत की पहली घटना है. आज रविवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम के बाद येरगव्हाण में अंतिम संस्कार कर दिया गया.

    राजुरा तहसील के देवाडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत येरगव्हाण के जिला परिषद शाला केंद्र पर 11 सितंबर टीकाकरण शुरु था. वहां पर नर्स ने बुखार न होने की जांच के बाद सुबह 9 बजे शंकर आदेलवार को कोविशिल्ड का टीका लगाया. उसे आधा घंटे रोककर उसे घर भेज दिया. घर जाने के बाद वह सो गया.

    चार घंटे बाद दोपहर दो बजे उसकी मा और पत्नी ने बताया कि श्याममूर्ति को झटके आ रहे है. इसके बाद नर्स ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर युवक को गाडी से देवाडा प्राथमिक केंद्र और बाद में राजुरा उपजिला अस्पताल में दाखिल किया. वहां पर डा. डाखोले ने उसकी जांच की. किंतु हालत चिंताजनक होने से चंद्रपुर के निजी हास्पिटल में दाखिल किया गया. शाम 6 बजे उसकी मृत्यु हो गई.

    टीका लेने के 24 घंटे के भीतर किसी के मौत की महाराष्ट्र में संभावता यह पहली घटना है. उसकी मौत का वास्ताविक कारण तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट और रक्त जांच रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगा. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार येरगव्हाण में 11 सितंबर को 300 लोगों को वैक्सीन दी गई. किंतु किसी को कोई तकलीफ नहीं हुई है. जिस सीसी से युवक को वैक्सीन दी गई उसे से अनय 9 लोगों को टीका लगाया गया है. किसी के स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का प्रतिकूल परिणाम नहीं दिखाई दिया है.

    येरगव्हण के युवक को वैक्सीन दी गई उस समय पर उसे बुखार नहीं था. दोपहर 2 बजे उसकी तबीयत खराब होने पर उसे राजुरा के उपजिला अस्पताल में लाया गया. मरीज लाए जाने की पूर्वसूचना होने से राजुरा में पहुंचते ही उसका उपचार शुरु किया गया. किंतु हालत में कोई सुधार न आने पर चंद्रपुर भेज दिया गया.

    वहां पर रक्तजांच में युवक को डेंगू की पुष्टि हुई है. उसके प्लेटलेट भी कम थे. उसे बचाने का पराकष्टा की गई किंतु उसे बचाया नहीं जा सका. किंतु मेरे कार्यक्षेत्र में यह मौत हुई है जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उसकी पूरी मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही वास्ताविक कारण बताया जा सकता है.

    डा. प्रकाश नगराले, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी राजुरा