Anjali Damnia, Bhujbal and devendra fadnavis

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मुंबई. सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया (Anjali Damania) की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने दावा किया कि कैबिनेट मंत्री और अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में प्रवेश करने वाले हैं। भाजपा भुजबल को ओबीसी का चेहरा बनाना चाहती है। इसको लेकर अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने दमानिया पर पलटवार किया है। उन्होंने दमानिया के दावे को ख़ारिज करते हुए कहा कि खुद दमानिया सुप्रिया सुले के संपर्क में है।

अंजलि दमानिया पर पलटवार करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “हम अपनी पार्टी के फैसले लेते हैं, अंजलि दमानिया हमारे फैसले नहीं लेतीं। अंजलि दमानिया हाल के दिनों में सुप्रिया सुले के अधिक संपर्क में हैं, इसलिए हो सकता है कि वह इस तरह के पोस्ट कर रही हों। छगन भुजबल उनकी पार्टी (एनसीपी) में हैं, हम अपनी पार्टी में हैं।”

भुजबल भाजपा के संपर्क में नहीं

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भी दमानिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैं अंजलि दमानिया को केवल इतना बताऊंगा कि छगन भुजबल भाजपा के संपर्क में नहीं हैं। उन्होंने खुद कभी भी भाजपा में शामिल होने की इच्छा जाहिर नहीं की है और वह कभी भाजपा में शामिल नहीं होंगे। ऐसी गलत खबर फैलाना सही नहीं है।”

शिंदे सरकार से भुजबल नाराज, NCP ने भी बनाई दूरी

गौरतलब है कि छगन भुजबल पिछले कुछ दिनों से परेशान नजर आ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा मनोज जरांगे की मांगे मानते हुए मराठा समुदाय के लिए पारित अध्यादेश की कड़ी आलोचना की थी। इतना ही नहीं एनसीपी ने भी लगातार ओबीसी समुदाय के लिए आवाज उठाने वाले भुजबल से दूरी बनाए रखने को तरजीह दी। अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि भुजबल की भूमिका पार्टी की भूमिका नहीं है।

अंजलि दमानिया ने क्या कहा

अंजलि दमानिया ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक पोस्ट में कहा, “भुजबल भाजपा की राह पर? कभी भुजबल के भ्रष्टाचार के खिलाफ जनहित याचिका दायर करने वाली भाजपा क्या उन्हें बड़ा ओबीसी नेता बनाएगी? राजनीती के लिए क्या आप ऐसे भ्रष्ट लोगों को बड़ा करेंगे? इस पाप का भुगतान कहाँ करोगे?

अंजलि दमानिया ने दी सफाई

दमानिया ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए अपनी एक्स पोस्ट पर कहा, “कुछ दिन पहले किसी ने मुझसे कहा था कि भाजपा भुजबल को ओबीसी चेहरा बनाने वाली है। उन्हें प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में प्रमोट किया जाएगा। मंडल आयोग संघर्ष में भुजबल का बहुत बड़ा योगदान था। इसलिए भाजपा ने भुजबल के साथ भी ऐसा ही करने का फैसला किया है। तो जब मुझे दोबारा इस बात का एहसास हुआ तो बहुत अजीब लगा।”