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    मुंबई: आज डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) का महापरिनिर्वाण दिवस (Mahaparinirvan Day) मनाया जा रहा है। इस खास दिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी दौरान एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde)  ने आश्वासन दिया कि इंदु मिल में बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) के स्मारक का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। साथ ही डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर  द्वारा दिए गए संविधान के कारण ही एक आम आदमी सर्वोच्च पद पर पहुंचकर देश की सेवा कर सकता है। शिंदे ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर  द्वारा दिए गए संविधान के कारण ही एक साधारण परिवार से मेरे जैसा व्यक्ति आज मुख्यमंत्री बन सका है।

    एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने कहा, “आज महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर मैं डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर  को सादर नमन करता हूं। आज हम बाबासाहेब आंबेडकर की वजह से ही दुनिया में ऊँचे स्थान पर हैं। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर  के संविधान ने आम लोगों को अधिकार दिए। उन्हें जीने का अधिकार मिला। बाबासाहेब आंबेडकर  के कारण ही एक आम आदमी सर्वोच्च पद पर पहुंच सका। राज्य में भी मेरे जैसा सामान्य परिवार का व्यक्ति मुख्यमंत्री बन सकता था। मुझे राज्य की सेवा करने का मौका मिला है। यह बाबासाहेब के संविधान के कारण ही संभव हुआ। मैं बाबासाहेब का 100% ऋणी हूं। आंबेडकर  ने देश और समाज को नई दिशा दी। उन्होंने कमजोरों को सशक्त बनाने का काम किया। आम आदमी डॉ. यह बाबासाहेब आंबेडकर  के विचारों का केंद्र बिंदु था। उन्होंने न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में वंचितों के अधिकारों, मानवीय गरिमा को वैचारिक और संगठनात्मक शक्ति प्रदान की। दलित समाज में निहित हीनता की भावना को दूर किया गया। उन्होंने संगठित होने की ताकत दी।”

    उन्होंने आगे कहा कि, “इंदु मिल में बनाया जा रहा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का भव्य स्मारक जल्द बनकर तैयार होगा। हमने इस स्मारक का दौरा किया। कार्य की समीक्षा की। मैं मुख्यमंत्री बन गया। सरकार बनी। उसके बाद मैं चैत्यभूमि आया और बाबासाहेब का अभिवादन किया। मैंने तय किया कि हमारी सरकार उसी रास्ते पर चलेगी जो बाबासाहेब ने दी और दिखाई। मैं बाबासाहेब के निवास राजगृह भी गया। वह इमारत एक ऐतिहासिक स्मारक है। बाबासाहेब द्वारा उपयोग की जाने वाली कई वस्तुएं, तस्वीरें, उनका अध्ययन कक्ष ऐतिहासिक सभी चीजों का ख्याल रखा जाएगा। लोअर परेल में स्मारक कार्य का भी निरीक्षण किया जाएगा। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की स्मृतियों को संजोये रखने का काम किया जाएगा। आंबेडकर कहा था कि, यदि आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र नहीं है, तो राजनीतिक लोकतंत्र सफल नहीं होगा।”

    मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, ‘महाराष्ट्र में महाराष्ट्र जोतिराव फुले, शाहू महाराज, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर  के विचारों को अपनाया जाता है। इस महान व्यक्तियों के विचारों से ही हमारा राज्य चल रहा है। इसलिए जब हम सत्ता में आए तो हमने अहम फैसले लिए। हम सरकारी छात्रावासों की संख्या बढ़ा रहे हैं। हम देख रहे हैं कि अधिकतम संख्या में बच्चों को छात्रवृत्ति कैसे मिल सकती है। हम प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की मदद कर रहे हैं। यह गरीबों की सरकार है। पिछले पांच महीनों में हमारी सरकार ने मजदूरों, किसानों, गरीबों, दलितों और पीड़ितों के बचाव के लिए फैसले लिए हैं। सरकार में बैठे लोगों द्वारा एक अलग तरह का स्नेह और गर्मजोशी दिखाई जा रही है।’