गड़चिरोली. राज्य के नक्सल प्रभावित गड़चिरोली व गोंदिया जिले में दो नए आईटीआई शुरू जाएंगे. जिनमें से आत्मसमर्पित नक्सली व उनके बच्चों को जगह आरक्षित रखे जाने का निर्णय लिया गया है.आत्मसमर्पण करनेवाले युवक-युवतियों को इन आईटीआई में पेश करने हेतु गुणांकन की कोई भी शर्त नहीं होगी. घोषणा कौशल्य विकास मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को की.
गड़चिरोली जिले के जिमलगट्टा और गोंदिया जिले के पालांदुर में नये आईटीआई शुरू किए जा रहे है. प्रवेश सत्र 2022 से इस निर्णय पर अमल किया जाएगा. इन छात्रों को आईटीआई के केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया से राहत दी गई है. उन्हें संस्थास्तर पर प्रवेश का मौका मिलेगा. नक्सल आंदोलन को त्याग कर आत्मसर्पण करनेवाले युवक-युवतियों को कौशल्य पर आधारित रोजगारभिमुख व्यवसाय प्रशिक्षण देना और उन्हें मुख्य धारा में लाकर पुनर्वसन करना जरूरी है. जिससे विभाग के माध्यम से यह निर्णय लेने की बात मंत्री टोपे ने कही. संबंधित आईटीआई के माध्यम से करीब 360 छात्रों को व्यवसाय प्रशिक्षण का मौका मिलेगा.
पालांदुर के इमारत का कार्य पूर्ण हुआ है. इसके साथ ही जिमलगट्टा के आईटीआई कार्यशाला इमारत निर्माण के लिये 13 करोड़ 18 लाख रूपयों के मंजूरी का प्रस्ताव सरकार स्तर पर प्रक्रिया में है. उक्त आईटीआई वर्तमान स्थिति में आलापली में अस्थाई रूप से शुरू किया जा रहा है. जिलमगट्टा में इमारत के निर्माण को जल्द ही मान्यता दी जाएगी. नक्सलग्रस्त क्षेत्र के युवक-युवतियों को शिक्षा व रोजगार का अवसर उपलब्ध करा देने पर वह गलत मार्ग पर नहीं जाएंगे. साथ ही नक्सल आंदोलन पर लगाम कसने में मदद होगी. ऐसा विश्वास में मंत्री टोपे जताया है.