मेडिगट्टा बांध का गेट खोलने के लिए ठिय्या आंदोलन

  • तेलंगणा राज्य पुलिस प्रशासन का बंदोबस्त

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सिरोंचा. महाराष्ट्र व तेलंगणा राज्य के चर्चीत मेडीगट्टा बांध का गेट खोला जाए, इस मांग को लेकर भाजपा आदिवासी आघाडी के प्रदेश सदस्य संदीप कोरेत के नेतृत्व में बुधवार 16 दिसंबर से मेडीगट्टा बांध परिसर में हजारों नागरिकों ने ठिय्या आंदोलन शुरू किया है. इस आंदोलन के दौरान किसी भी तरह का अनूचित प्रकार न घटे इसलिए तेलंगणा राज्य सरकार की ओर से मेडीगट्टा प्रवेशद्वार पर बडे पैमाने में पुलिस का बंदोबस्त रखा गया है.

राज्य के और गडचिरोली जिले के आखरी छोर पर सिरोंचा तहसल मुख्यालय से 16 किमी की दूरी पर पोचमपल्ली गाव समीप गोदावरी नदी पर सिरोंचा परिसर के नागरिकों का विरोध कर चर्चीत मेडिगट्टा प्रकल्प 2 वर्ष के पूर्व निर्माण किया गया. मात्र उक्त प्रकल्प इस परिसर के नागरिकों के लिए लगातार  सिरदर्द बन रहा है.  कोरोना प्रादुर्भाव निर्माण होने से तेलंगणा सरकार ने इस मेडीगट्टा बैरेज के पुलिया से यातायात पुरी तरह बंद रखी है. जिससे विगत 2 माह से यातायात पुरी तरह ठप गिरने से तेलंगणा राज्य के सभी क्षेत्र के गावों में जाना महाराष्ट्र राज्य के नागरिकों को कठीण हुआ है.

महाराष्ट्र व तेलंगणा राज्य की सीमा पर सिरोंचा तहसील में निर्माण किया गया मेडीगट्टा प्रकल्प का गेट बंद किया जाने से सिरोंचा तहसील के 50 से 60 गाव के 20 से 25 हजार नागरिकों का तेलंगणा के आवागमन का मार्ग पूरी तरह बाधित हुआ है. प्रकल्प होने के पूर्व इस परिसर के नागरिकों का नाव से सफर शुरू था. मात्र प्रकल्प के चलते नाव की यात्रा भी बंद गिरी है. जिससे छोटे बडे काम के लिए नागरिकों को अधिक दूरी काटकर तेलंगणा राज्य में जाना पड रहा है. स्वास्थ्य विषयक व अन्य काम के जाना चाहते हो तो उक्त मार्ग बंद होने से नागरिकों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड रहा है. कोरोना का प्रादुर्भाव कम होने से बंद गेट खोला जाए, ऐसी मांग तहसील के नागरिकों ने तेलंगणा सरकार की ओर लगाकर पकडी. मात्र इसकी सरकार ने सुध नहीं ली. जिससे तेलंगणा राज्य सरकार ने लिए हुए गलत निर्णय के विरोध में 16 दिसंबर को ठिय्या आंदोलन कर तेलंगणा सरकार का निषेध किया गया.

इस आंदोलन का नेतृत्व भाजपा के संदीप कोरेत ने किया. उनके साथ अमित बेज्जलवार, चंदु पुलगम, भास्कर गुडीमेटला, गजानन कालक्षपवार आदिं समेत बजरंग दल, आरएसएस व विश्व हिंदू परिषद के बहूसंख्य कार्यकर्ते तथा हजारो नागरीक मेडीगट्टा गेट पर उपस्थित थे. मांग की पुर्तता होने तक आंदोलन पिछे न लेने की भूमिका उन्होंने ली है. आंदोलन के दौरान तेलंगणा राज्य पुलिस ने विशेष बंदोबस्त रखा था.

तेलंगणा के तहसीलदार से चर्चा हुई बर्बाद

इस आंदोलन के दौरान तेलंगणा राज्य के महादेवपूर के तहसीलदार ने आंदोलनस्तर पर भेट देकर आंदोलनकर्ताओं से चर्चा की. एक सप्ताह के अंदर गेट खोलने संदर्भ में कदम उठाएंगे ऐसा आश्वासन उन्होंने दिया. मात्र लेखी आदेश न मिलने से आंदोलनकर्ताओं ने जब जक गेट नहीं खोलेंगे, तब तक आंदोलन पिछे नहीं लेंगे, ऐसा निर्धार कायम रखा. तेलंगणा राज्य सरकार के प्रशासकीय अधिकारियों से चर्चा बर्बाद होने से शाम देर तक आंदोलन जारी था.

आंदोलन के समर्थन में अंकिसा बंद 

सिरोंचा तहसील परिसर के हजारों नागरिक मेडीगट्टा बांध के गेट खोलने के मांग को लेकर ठिया आंदोलन में शामिल होने पर इस आंदोलन के समर्थन में अंकिसा गाववासीओं ने गाव में कडा बंद रखा.  इस समय गाव के सभी प्रतिष्ठान तथा व्यवहार ठप्प गिर चुके थे.