गड़चिरोली. 2 दिसंबर से 8 दिसंबर की कालावधि में नक्सलियों द्वारा पीएलजीए सप्ताह मनाया जा रहा है. इस कालावधि में नक्सलियों द्वारा विभिन्न जगह पर नक्सली बैनर लगाकर लोगों में दहशत फैलाने का प्रयास कर रहे है. वहीं दुसरी ओर पुलिस विभाग लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का विशेष प्रयास किया जा रहा है.
आदिवासी समाज के लोगों के पास खेती की रखवाली करने समेत पशुओं का संरक्षण करने के लिये भरमार बंदुकों का उपयोग किया जाता है. ऐसे में सप्ताह के दौरान नक्सली इन भरमार बंदुकों का गलत लाभ न उठाए, इसलिये पुलिस विभाग द्वारा भरमार बंदुके पुलिस के हवाले करने का आहवान किया है. इसी बीच अहेरी तहसील के विभिन्न गांवों के नागरिकों ने पुलिस विभाग पर विश्वास जताते हुए अपने पास के 8 भरमार बंदुक 1 बैरल अहेरी के अपर पुलिस अधिक्षक यतीश देशमुख व उपविभागीय पुलिस अधिकारी अमोल ठाकुर को सौंपे है.
इन गांवों के लोगों ने पुलिस को सौंपे भरमार
आदिवासी समुदाय के लोग पिछले अनेक वर्षो से खेती व पशुओं का संरक्षण करने के लिये अपने पास भरमार बदंकुे रखते है. लेकिन दुर्गम क्षेत्र में नक्सली इसी का गलत लाभ उठाते हुए लोगों को नक्सल आंदोलन से जोडऩे का प्रयास किया है. ऐसे में नक्सलियों ने पीएलजीए सप्ताह के दौरान पुलिस विभाग ने अहेरी तहसील के लोगों को अपने पास के भरमार बंदके पुलिस के हवाले करने का आहवान किया था. पुलिस विभाग के आहवान को प्रतिसाद देते हुए अहेरी तहसील के पेरमिली उपपुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले गट्टेपल्ली, रापल्ले, येरमनार, येरमनार टोला, चंद्रा व कुडकेली आदि गांवों के लोगों ने पुलिस अधिकारियों को अपने पास के भरमार बंदुके सौंपे है.
पुलिस अधिकारियों ने किया बंदुके सौंपनेवालों का सत्कार
पुलिस विभाग की अपिल पर तथा विभाग पर विश्वास जताते हुए अहेरी तहसील के विभिन्न गांवों के लोगों ने पुलिस विभाग पर विश्वास जताते हुए अपने पास के भरमार बंदुके पुलिस को सोंपे है. ऐसे में भरमार बंदुके सौंपने वाले लोगोंं का अपर पुलिस अधिक्षक यतीश देशमुख व उपविभागीय पुलिस अधिकारी अमोल ठाकुर ने सत्कार किया है. वहीं इस कार्य के लिये पेरमिली उपपुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी धवल देशमुख, पुलिस उपनिरक्षक सोनवने, पुलिस उपनिरीक्षक अजिंक्य जाधव, पुलिस कर्मी केशव गुरनुले, राहुल खारड़े, ब्रिजेश सिड़ाम, राकेश उरवेते, पंकज दंडि़कवार, सुरज करपेत आदि ने परिश्रम किया.
पुलिस विभाग पर बढ़ रहा लोगों का विश्वास
पुलिस विभाग द्वारा जिले के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र के लोगों का जीवनस्तर सुधारने के लिये दादालोरा खिड़की योजना के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. साथ ही अनेक बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार और नौकरी भी उपलब्ध करा दी जा रही है. जिससे जिले के दुर्गम व अतिदुर्गम क्षेत्र के लोगों में पुलिस विभाग के प्रति विश्वास बढ़ रहा है. वहीं लोगों के विश्वास पर खरा उतरने के लिये पुलिस अधिकारी व कर्मचारी विशेष प्रयास कर रहे है.