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    • कृषि विभाग की कार्रवाई

    गड़चिरोली. खाद, बिज व कीटनाशक बेचते समय किसानों के साथ धोखाधड़ी न हो इसलिए कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर दुकानों का निरीक्षण किया जाता है. इस वित्तीय वर्ष में जिले में 2 हजार 33 जांच किए गए तथा 922 सैंपल लिए गए. इसमें 39 दुकानदारों के सैंपल अप्रमाणित पाए जाने से उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.

    अधिकांश किसान अशिक्षित और भोले हैं. इसका फायदा दुकानदार उठा रहे हैं. कभी नकली खाद, बिज, कीटनाशक बेचे जाते है, तो कभी इन सभी वस्तुओं को ऊंचे दामों पर बेचा जाता है. इन मामलों को नियंत्रित करने के लिए कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है. गड़चिरोली जिले में प्रत्येक तहसील स्तर पर या जिलास्तर पर जांच के लिए कुल 13 टीमों का गठन किया गया है. किसानों द्वारा शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित दुकानों का निरीक्षण किया जाता है.

    22 लोगों पर मामला दर्ज

    कृषि विभाग ने 5 बिज विक्रेता, 13 खाद बिक्रेता, 4 कीटनाशक विक्रेताओं के खिलाफ कृषि विभाग ने न्यायालय में मामला दर्ज किया है. वहीं 17 बिज बिक्रेता, 18 खाद बिक्रेता व 4 किटकनाशक बिक्रेताओं को चेतावनी दी गई है. नोटिस देने के बाद भी सुधार नहीं होने पर संबंधित दुकानदारों का लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है.

    1 दुकान का लाइसेंस निलंबित

    कृषि विभाग के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि, एक दुकानदार के दुकान में खाद अप्रमाणित थी. जिससे संबंधित दुकानदार का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है. कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है. इस दौरान दुकानदार किसानों को आवश्यकता के अनुसार खाद नहीं बेचते है. लेकिन वह किसानों से अधिक पैसा वसुलते है. नियम यह है कि, बिज कंपनियां जो बीज छापती हैं, उससे अधिक कीमत पर बिज नहीं बेचा जा सकता. लेकिन कंपनियां दुकानदारों को करीब 50 फीसदी का मार्जिन देकर कीमत लिखती हैं. इसलिए बीज के भाव में दुकान के हिसाब से अंतर होता है.

    13 लाख रुपये के बिज जब्त

    कृषि विभाग के अधिकारियों को गोपनीय सूचना मिली कि, अहेरी तहसील में किसानों को कपास की नकली बीज की आपूर्ति की जा रही है. अधिकारियों ने मौके पर छापा मारा और बीज जब्त कर लिया. पिछले 6 माह की कालावधि में 13.58 लाख रुपये के बिज जब्त किए गए है. महाराष्ट्र में कुछ कपास के बीज प्रतिबंधित बेचे जाते हैं.