
गड़चिरोली. कुपोषण के प्रमाण को कम करने हेतु सरकार द्वारा आंगनवाडी के माध्यम से बच्चों व किशोरियों के लिए पोषाहार का वितरण किया जाता है. सरकार के महिला व बाल विकास विभाग अंतर्गत पोषाहार का वितरण किया जाता है. लेकिन बच्चों को वितरित किए जानेवाले पोषाहार के दर्जे को लेकर व्यापक लापरवाही बरतने का मामला कुनघाडा रै. में सामने आया है. महीला व बाल विकास विभाग अंतर्गत कुनघाडा रै. ( बाजारपेठ ) के आंगनवाडी क्र. ७ व ८ में पोषाहार की आपूर्ति की गई.
वहीं पोषाहार आंगनवाडी मार्फत बच्चो व किशोरवयीन लड़कियो के घर में घरपोच वितरित कियाग या. लेकिन कुछ लाभार्थियों के गेहू के पैकेट में भुसा बरामद हुआ है. जिससे आपूर्तिधारक से घटिया दर्जे का पोषाहार आपूर्ति करने का मामला उजागर हुआ है. घटिया पोषाहार के चलते नौनिहाल बच्चे तथा किशोरवयीन लड़कियों के स्वास्थ्य से खिलवाडा करने की बात कहीं जा रही है. संबंधित आपूर्तिधारक पर कडी कार्रवाई करने की मांग अभिभावकों द्वारा की जा रही है.
कुनघाडा रै में 9 आंगनवाडी केंद्र है. उनमें से बाजारपेठ में स्थित आंगनवाडी क्रमांक 7 व 8 एकत्रित आयोजित की जाती है. यहां की एक अंगणवाडी सेविका अवकाश पर है, वहीं एक आंगनवाडी सेविका व मददनीस कार्यरत है. 6 माह से 3 वर्ष तक के सभी बच्चे व किशोरवयीन छात्राओं को महाराष्ट्र सरकार के महिला व बाल विकास विभाग अंतर्गत गेहू, चना, मूंग दाल, मिर्च पावडर, नमक, शक्कर आदि पोषाहार के सिलबंद पैकेट द्वारा घरपोच वितरित किया जाता है.
जिससे कुनघाडा के रिहान व विहान गिरीधर चापडे व किशोरवयीन बालिका यज्ञा रामभाऊ कुनघाडकर इन्हे आंगनवाडी क्र. 7 व 8 में से पोषाहार की किट मिली. लेकिन किट में से गेहू का पाकेट को खोलकर देखने पर पैकेट में आधे से अधिक मात्रा में भुसा पाया गया. जिससे परिसर में खलबली मची है. घटिया स्तर का पोषाहार की आपूर्ति कर छोटे बच्चे व किशोरवयीन बालिकाओं के जीवन से खिलवाडा कर लाभार्थियों की दिशाभूल की जा रही है. घटिया स्तर का गेहु किस आपूर्तिधारक से आपूर्ति की गई, इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग अभिभावकों द्वारा की जा रही है.
दोषी अधिकारी व आपूर्तिधारक पर करे कडी कार्रवाई: कोठारे
कुनघाडार रै बाजारपेठ के अंगणवाडी से छोटे बच्चे व किशोरवयीन बालिकाओं को पोषाहार की आपूर्ति की जाती है. आपूर्ति किए गए गेहु के पाकेट में सोंडे व भुसा है. वह यहां के लाभार्थियों को आपूर्ति किया गया है. महाराष्ट्र सरकार की ओर से महिला व बालविकास मंत्रालय मार्फत इस अनाज की आपूर्ति आंगनवाडी को की जाती है. ऐसे घटियास्तर के अनाज की आपूर्ति कर यह सरकार लोगो की दिशाभूल कर रही है. जिससे दोषी अधिकारी व आपूर्तिधारक पर कडी कार्रवाई करे, ऐसी मांग कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष अनिल कोठारे ने किया है.
संबंधित यंत्रणा ध्यान दे
आंगनवाडी द्वारा वितरित किए गए पोषाहार की किट खोजकर देखने पर गेहु के पाकेट में आधे से अधिक सोंडे (किटक)व भूसा पाया गया है. ऐसे घटिया अनाज आपूर्ति करने पर बच्चों के स्वास्थ्य खतरे में आ सकता है. जिससे सरकार इसकी सूध लेकर पोषाहार की आपूर्ति करते समय संबंधित यंत्रणा ध्यान देने की जरूरत है.
गिरीधर चापडे (अभिभावक, कुनघाडा रै.)
वरीष्ठ करेंगे कार्रवाई
6 माह से 3 वर्ष तक के बालक व किशोरवयीन बालिकाओं को घर ले जाने के लिए पोषाहार की किट दी जाती है. लेकिन किट सीलबंद होने से अंदर क्या है, इसका पतां नहीं होता है. स्थानीय आंगनवाडी केंद्र के घटिया आहार की जांच कर वरीष्ठ कार्यालय की ओर भेजा जाएगा. जांच के बाद आगे की कार्रवाई वरीष्ठ करेंगे.
ठेंगरे (पर्यवेक्षिका कुनघाडा रै.)
पाकेट बदलकर देंगे
इस मामले में चामोर्शी के प्रभारी बाल विकास प्रकल्प अधिकारी भांडेकर से संपर्क करने पर उन्होने कहां कि, पाकेट बंद होने के कारण पैकेट के अंदर के गेहू कैसे थे इसका अनुमान नहीं आया. किंतु जो पाकेट खराब होंगे, वे बदलकर दिए जाऐंगे, ऐसी बात उन्होने कहीं.