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    गड़चिरोली. जिले में बाढ़ का प्रकोप धिरे धिरे कम होता है. जिस कारण जिले का जनजीवन भी पटरी पर लौट रहा है. बारिश के विराम के साथ ही पडोसी जिले के बांधों से छोड़े जानेवाले पानी का विसर्ग भी कम हुआ है. जिस कारण जिले की बाढ़ की स्थिती सामान्य स्थिती पर आयी है. किंतू भामरागड सरीता मापन केंद्र के पंजीयन के तहत पर्लकोटा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर से उपर बह रहा है. जिससे इस नदी तट के गांवों के नागरिकों को प्रशासन ने उचित सतर्कता बरतने की अपिल की है. 

    बिते सप्ताह से बारिश ने कुछ विश्राम लिया है. जिससे जिले की बाढ़ की स्थिती नियंत्रण में दिखाई दे रही है. बाढ़ का प्रकोप कम होने से जिले के अनेक माग्र फिर से सुचारू हुए है. किंतू अब भी लाहेरी से बिनागुंडा राष्ट्रीय महामार्ग (गुंडेनुर नाला), अहेरी मोयाबीनपेठा वटरा राज्यमार्ग (वटरा नाला) उक्त मार्ग की यातायात अब भी ठप्प है. वहीं अब भी जिले के कुछ क्षेत्रों की फसले पानी में डूबी है. जिससे फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है. प्रशासन ने पंचनामे को शुरूआत की है. अब किसानों को मदद की प्रतिक्षा है. 

    भामरागड में सर्वाधिक 59.5 मिमी बारिश 

    जिले में बिते 24 घंटों में औसतन 9.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जिसमें भामरागड तहसील में सर्वाधिक 59.5 मिमी बारिश हुई है. गड़चिरोली तहसील में 0.9 मिमी, कुरखेडा 6.3, आरमोरी 0.3, चामोर्शी 2.5, सिरोंचा 1.2, अहेरी 12.0, एटापल्ली 11.0, धानोरा 4.6, कोरची 8.7, देसाईगंज 1.0, मुलचेरा तहसील में 3.0 मिमी बारिश दर्ज की गई है.