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गड़चिरोली. आरमोरी तहसील में सरकारी स्तर से संबंधित विभाग मार्फत कुछ लोगो को मुद्रांक बिक्री का लाइसेंस दिया गया है. जिससे इन लाइसेंसधारक विक्रेताओं द्वारा लोगो को विभिन्न कार्य के लिए मुद्रांक उपलब्ध कराए जा रहे हैं. मुद्रांक विक्रेताओं को मुद्रांक 100 रुपये में उपलब्ध कराना अनिवार्य है. वहीं 5 रुपये की टिकट भी 5 रुपयें में देना अनिवार्य है. लेकिन मुद्रांक विक्रेताओं द्वारा 100 रुपये के मुद्रांक के लिए 120 रुपये लिए जा रहे हैं. वहीं 5 रुपये के टिकट के लिए 10 रुपये ले रहे हैं. जिससे मुद्रांक विक्रेताओं द्वारा लोगों की लूट की जा रही है. किंतु संबंधित विभाग का इस ओर ध्यान नहीं है. जनता की हो रही लूट रोकने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है.

तहसील में नागरिकों को मुद्रांक उपलब्घ कराने के लिए संबंधित विभाग की ओर से कुछ लोगो को लाइसेंस दिया गया है. जिसके तहत आरमोरी तहसील कार्यालय के बाहर मुद्रांक विक्रेता व्यवसाय कर रहे हैं. सरकार की विभिन्न योजनाओं के साथ विद्यार्थियों के शैक्षणिक कार्य, खरीदी-बिक्री समेत आदि कार्यों के लिए मुद्रांक आवश्यक होता है. जिसके चलते अनेक लोग मुद्रांक खरीदी के लिए तहसील कार्यालय के सामने स्थित मुद्रांक विक्रेताओं के पास आते हैं.

जहां 100 रुपये को 120 रूपये में बिक्री कर रहे हैं. वहीं 5 रुपये की कोर्ट टिकट को 10 रुपये में बिक्री कर रहे हैं. तहसील कार्यालय के समक्ष हर जनता की लूट जारी है. जिससे प्रशासन इसकी जांच कर अधिक दामों में मुद्रांक की बिक्री करने वालों का लाइसेंस रद्द करने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है.

वरिष्ठ विभाग को भेजेंगे रिपोर्ट

मुद्रांक विक्रेताओं को मुद्रांक बिक्री पर 3 प्रतिशत कमिशन दिया जाता है. उनके मांग के अनुसार तथा चालान भरने पर उन्हे मुद्रांक उपलब्ध कराए जाते हैं. 100 रुपये का मुद्रांक को 100 रुपये में ही 5 रुपये की टिकट को 5 रुपये में ही बिक्री करना अनिवार्य है. मुद्रांक विक्रेताओं द्वारा अगर लूट की जा रही है, तो संबंधित वरिष्ठ विभाग की ओर उनकी रिपोर्ट भेजकर परवाना खारिज किया जाएगा. 

-वी. वी. वाडके,  उपकोषागार अधिकारी, आरमोरी