मल्हारबोड़ी में कृत्रिम जल संकट, सौर ऊर्जा वाले पंप ने बढ़ाई मुसीबत

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गोंदिया. देवरी पंचायत समिति अंतर्गत शेडेपार ग्राम पंचायत का शत प्रतिशत आदिवासी गांव मल्हारबोड़ी इन दिनों कुत्रिम जलसंकट से जूझ रहा है. गांव के नागरिकों ने आरोप लगाया है कि पेयजल आपूर्ति के एकलौते साधन के रूप में इस्तेमाल होनेवाले बोरवेल पर पहले से लगे इलेक्ट्रिक पंप को निकालकर सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप को लगाने के बाद उसके ठीक से काम नहीं करने की वजह से यह समस्या निर्माण हुई है.

करीब सौ-सवा सौ की आबादी वाले इस गांव में पंचायत समिति की 15वें वित्त आयोग की निधि से 5 लाख रु. मंजूर किए गए थे. और इस निधि से अलग से बोरवेल खोदकर उस पर सौर ऊर्जा चलित पंप और टावर निर्माण कर टंकी लगाने की बजाय ठेकेदार द्वारा पहले से मौजूद बोरवेल पर सौर चलित पंप लगा दिया गया और बोरवेल के ऊपर बने पक्के ढांचे में पहले से मौजूद 5-5 हजार लीटर वाली 2 टंकी को हटाकर एक 10 हजार लीटर वाली टंकी लगाकर उसी पक्के ढांचे में 6-6 फिट का पतला एंगल लगाकर सौर ऊर्जा पैनल लगा दिया.

इस व्यवस्था से पहले उक्त बोरवेल से पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा था लेकिन सौर ऊर्जा चलित पंप के ठीक से नहीं चलने की वजह से इस भीषण गर्मी में गांव वाले सुबह से शाम तक इस बोरवेल में बूंद-बूंद पानी इकट्ठा करने को मजबूर है. इस मुसीबत की घड़ी में क्षेत्र की पंचायत समिति सदस्य की निष्क्रियता से भी क्षेत्र के नागरिकों का पारा भड़का हुआ है और लोगों का आरोप है कि महज कमिशन खोरी के लिए ग्रामीण पानी आपूर्ति विभाग द्वारा 15वें वित्त आयोग की निधि का अपव्यय किया गया है और पहले से सुचारू रूप से चल रही पानी की सप्लाई को बाधित किया गया है.

ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम मल्हारबोड़ी में जलापूर्ति के लिए बोरवेल के ऊपर ढांचा खड़ा कर 5-5 हजार लीटर क्षमता की 2 टंकी लगाई गई थी. जिसे ठेकेदार द्वारा ग्राम पंचायत के सरपंच तथा सचिव तक को जानकारी दिए बिना निकालकर बाजू में रख दिया गया. इस संबंध में जब ग्राम सचिव से संपर्क किया गया तो उन्होंने भी इस मामले को लेकर रोष व्याप्त किया और उक्त परियोजना के भुगतान के वक्त दोनों टंकियों में हुए नुकसान की भरपाई करने की बात कहीं. गांव के नागरिकों ने इस समस्या का शीघ्रता से निराकरण नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

टंकी की ऊंचाई कम होने से निर्माण हुई समस्या

टंकी की ऊंचाई कम होने से पानी का प्रेशर कम आ रहा है. टंकी को ऊंचा उठाने के लिए फ्रेम बन गया है और जल्दी ही लगा दिया जाएगा. सौर पंप सप्लाई करने वाली एजेंसी को गांव वालों की शिकायत बता दी गई है और जल्दी ही पंप में मौजूद खामी को दूर किया जाएगा. काम का वेल्युएशन करने के बाद ही एजेंसी को भुगतान दिया जाएगा.

आर.आर. सुखदेवे, (अभियंता जलापूर्ति विभाग, पंस देवरी)