File Photo
File Photo

    Loading

    गोंदिया. महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी का बकाया विद्युत बिलों के भुगतान करने के लिए विद्युत खंडित करने का सिलसिला शुरू है. इसी श्रृंखला में पथ दीपों के बिलों की बकाया रकम का भुगतान नहीं करने पर महावितरण  ने जिले के 256 गांवों के पथ दीपों की विद्युत पूर्ति खंडित की है. जिससे जिले के अधिकांश गांव अंधेरे में डुब गए है. इन सभी ग्रापं पर कुल 4 करोड़ 65 लाख 40 हजार 503 रु. का बकाया है.

    पथ दीपों के बंद हो जाने से नागरिकों को अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा बारिश के दिनों में सांप, बिच्छु का खतरा निर्मित हो गया है. गांवों में रात के समय अंधेरे का साम्राज्य न हो इसके लिए ग्रापं के माध्यम से पथ दीप शुरू करने की योजना क्रियान्वित की गई है. जिससे गांवों में उजाला फैल गया  लेकिन बकाया विद्युत बिलों का भुगतान नहीं करने पर अनेक गांव पुन: अंधेरे में आ गए है.

    उल्लेखनीय है कि प्रशासन के माध्यम से ग्रापं को बकाया बिलों का भुगतान करने के लिए सूचना दी गई है. जबकि पर्याप्त निधि के अभाव में ग्रापं ने पथ दीपों के बकाया बिलों का भुगतान नहीं करने की बात सामने आई है. फिलहाल बारिश की शुरुआत हो गई है. जिससे अनेक कीट, सांप, बिच्छुओं का रात में मार्गों पर खतरा बना रहता है.   जिले में आमगांव विभाग के 22 गांव, देवरी 27, अर्जुनी मोरगांव 105, सड़क अर्जुनी 41, सालेकसा 51, गोरेगांव 8, तिरोड़ा 2 व गोंदिया विभाग के 10 गांवों में पथ दीपों की विद्युत पूर्ति खंडित की गई है.

    इन सभी संबंधित ग्रापं पर 4 करोड़ 65 लाख 40 हजार 503 रु. के बिल बकाया है. जिससे पिछले अनेक दिनों से उक्त गांव अंधेरे में फंस गए है. लोगों का रात के समय अंधेरे में निकलना मुश्किल हो गया है. जिससे प्रशासन ने महावितरण को बकाया बिल तत्काल भुगतान कर विद्युत पूर्ति पुर्ववत करने की मांग नागरिकों ने की है.

    बाहर निकलने पर हो सकता है खतरा

    ग्रामीण क्षेत्र में बारिश के दिनों में कीचड़ का साम्राज्य अधिक होता है. ऐन इसी अवधि में महावितरण ने बकाया बिलों को लेकर ग्रापं के पथ दीपों की विद्युत पूर्ति खंडित कर दी है. जिससे गांवों में अंधेरा फैला है. बाहर निकलते समय नागरिकों को जान हथेली पर रखकर निकलना पड़ता है. ऐसे समय खतरा होने की संभावना अधिक है.