Paddy Purchase

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गोरेगांव. तहसील में इन दिनों रबी फसलों की धान खरीदी जोरों से शुरू है. लेकिन हमेशा की तरह केंद्रों में किसानों की लूट भी शुरू हो गई हैं. प्रशासन ने 40.600 किलो प्रति कट्टा अनुसार खरीदी तय की है. लेकिन अधिकतर धान खरीदी केंद्रों में यह 42 किलो प्रति कट्टा के अनुसार धान खरीदी की जा रही हैं.

इतना ही नहीं तो हमाली के नाम पर किसानों की सरासर लूट हो रही है. प्रशासन से 10 रु. प्रति क्विंटल हमाली मिलने के बाद भी हमाली के नाम पर 15 से 20 रु. तक किसानों से अतिरिक्त लिए जा रहे हैं. इस विषय से अवगत रहने के बाद भी जिला मार्केटिंग द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिसके चलते केंद्रों में किसानों की लूट बढ़ती जा रही है. 

उल्लेखनीय है कि धान खरीदी केंद्रों पर किसानों की लूट अब यह कोई नया विषय नहीं रहा है. प्रत्येक वर्ष रबी व खरीफ फसलों की खरीदी के दौरान यह लूट होते आ रही है. किसानों द्वारा अनेकों बार शिकायत करने पर भी जिला मार्केटिंग द्वारा इस विषय पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में केंद्र संचालकों की मनमानी और अधिक बढ़ गई है. जिसका एक उदाहरण इस वर्ष की खरीदी में देखा जा सकता है. पिछले वर्ष धान खरीदी 40.600 किलो प्रति कट्टा के बजाय 41.500 किलो प्रति कट्टा से हो रही थी.

लेकिन इस वर्ष यह बढ़कर 42 किलो प्रति कट्टा तक पहुंचने की चर्चा है. ऐसे घट के नाम पर डेढ़ कीलो प्रति कट्टा अनुसार किसानों की लूट हो रही है. साथ ही प्रशासन से 10 रु. प्रति क्विंटल हामाली केंद्र संचालक को मिलती है. लेकिन कुछ केंद्र संचालक मिलने वाली राशि से संतुष्ट नहीं है.

ऐसे में हमाली के नाम पर 15 से 20 रु. तक किसानों से वसूले जा रहे हैं. यहां कार्रवाई नहीं होने के चलते किसानों को इतने रु. देना मजबूरी बन गई है. तहसील के अधिकतर केंद्रों में यह लूट होने की चर्चाएं है. तहसील में धान खरीदी केंद्रों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ रही वैसे-वैसे किसानों की लूट भी बढ़ती जा रही है. यह लूट रोकने में संबंधित विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है. जिसकी मांग किसानों द्वारा उठाई जा रही है.