
आमगांव. नेशनल हाईवे क्र. 543 अंतर्गत गोंदिया-आमगांव मार्ग का निर्माण कार्य लगभग 18 महीने से धिमी गति से चल रहा है. करीब 137 करोड़ रु. की लागत वाले इस निर्माण कार्य को 18 महीने में पूरा किया जाना था. लेकिन कार्य की गति को देखते हुए अभी और 18 महीने का समय लग सकता है. मार्ग पर जहां आवश्यकता नहीं है, ऐसी जगह पर छोटे-छोटे पुल का निर्माण किया गया है. जगह-जगह खुदाई व निर्माण कार्य किए जाने से राहगीरों व वाहन चालकों को अपनी जान हथेली पर लेकर चलना पड़ रहा है.
जहां छोटे-छोटे पुल का निर्माण किया गया है, वहां पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़ गए हैं. किडंगीपार रेलवे फाटक से शिशु विहार स्कूल, ठाणा के माही ढाबा से मानेगांव/खुर्शीपार मार्ग तक सड़क पर इतने गड्ढे हो गए हैं कि साइकिल व दोपहिया सवार को अपनी जान हथेली पर रखकर चलना पड़ रहा है. अब तक कई लोग दुर्घटना का शिकार हो गए हैं. गोरठा से किडंगीपार तक डामरीकरण मार्ग को टेस्टिंग व छोटे पुलों के निर्माण के लिए खोदा गया है.
उन गड्ढों को पूरी तरह भरा नहीं गया है. जो गड्ढे भरे गए हैं, वह भी उखड़ गए है. इन गड्ढों से जब वाहन गुजरते है तब आवागमन करने वाले राहगीरों की जान को खतरा निर्माण हो जाता है. रेलवे गेट से किडंगीपार नाले के पुल तक का मार्ग नेशनल हाईवे डिवीजन नागपुर अंतर्गत आता है. जिसका ठेका रायपुर की बारब्रिक कंपनी को दिया गया है. डामरीकरण मार्ग पर काफी संख्या में गड्ढे पड़ गए हैं. लेकिन नेशनल हाइवे अथॉरिटी व बारब्रिक प्रोजेक्ट कंपनी द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मार्ग से होकर आवागमन करने वाले राहगीर दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं.
एक वर्ष से खुदी है सड़क
गोंदिया की दिशा में गोरठा के समीप पिछले एक वर्ष से काम के लिए सड़क की एक बाजू खोदकर छोड़ रखी है. लेकिन बारब्रिक प्रोजेक्ट के अधिकारी खोदी गई सड़क के काम की शुरुआत नहीं कर रहे है. इस खोदी गई सड़क के गड्ढों में बारिश का पानी भरा रहा. कई दोपहिया व वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हुए.